हिन्दुस्तान जिंक ने आंध्र प्रदेश में हासिल किया टंगस्टन ब्लॉक
हिन्दुस्तान जिंक ने आंध्र प्रदेश में हासिल किया टंगस्टन ब्लॉक
हिन्दुस्तान जिं़क को आंध्र प्रदेश में टंगस्टन खनिज ब्लॉक के लिए आधिकारिक तौर पर सफल बोलीदाता घोषित किया गया।
इससे पूरे भारत में हिन्दुस्तान जिं़क के खनिज अन्वेषण और संसाधन पोर्टफोलियो को मजबूती मिलेगी।
उदयपुर संवाददाता जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। भारत की एकमात्र और दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड को आंध्र प्रदेश राज्य सरकार से औपचारिक कंपोजिट लाइसेंस मिलने के बाद, टंगस्टन और संबंधित खनिज ब्लॉक के लिए आधिकारिक तौर पर सफल बोलीदाता घोषित किया गया है।
यह उपलब्धि हिन्दुस्तान जिं़क के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी अब जिं़क, लेड और सिल्वर के अलावा महत्वपूर्ण और उच्च-मूल्य वाले खनिजों के क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रही है, जो उन्नत विनिर्माण और औद्योगिक उपयोगों के लिए आवश्यक हैं। इस सफलता के साथ, कंपनी जिम्मेदार खनन और अन्वेषण की अपनी विरासत को आगे बढ़ा रही है और एक मल्टी-मेटल पोर्टफोलियो बनाकर आत्मनिर्भर भारत के विजन में योगदान देने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर रही है।
इस साल की शुरुआत में, कंपनी को केंद्र सरकार द्वारा आयोजित प्रतिस्पर्धी नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से पसंदीदा बोलीदाता घोषित किया गया था। अब सभी आवश्यक दस्तावेजीकरण और कानूनी मंजूरी पूरी होने के बाद, कंपोजिट लाइसेंस का औपचारिक अनुदान इस प्रक्रिया की परिणति को दर्शाता है। यह हिंदुस्तान जिंक के लिए अपने खनिज पोर्टफोलियो में विविधता लाने और पूरे देश में अपनी अन्वेषण क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
हिन्दुस्तान जिं़क के सीईओ अरुण मिश्रा ने आंध्र प्रदेश में टंगस्टन ब्लॉक के लिए आधिकारिक तौर पर सफल बोलीदाता घोषित किए जाने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रक्रिया का सफल समापन जिम्मेदार अन्वेषण, तकनीकी उत्कृष्टता और सभी हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य सृजन के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह मील का पत्थर हिंदुस्तान जिंक की मिनरल फुटप्रिंट का विस्तार करने और महत्वपूर्ण व रणनीतिक खनिजों में राष्ट्र की आत्मनिर्भरता में योगदान देने की यात्रा में एक और कदम है। जैसे-जैसे हम इस मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं, हिन्दुस्तान जिं़क उन धातुओं और खनिजों का अन्वेषण और विकास करना जारी रखेगा जिनकी भारत को वास्तव में आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार बनने के लिए आवश्यकता है।
टंगस्टन ब्लॉक का अधिग्रहण हिन्दुस्तान जिं़क की दीर्घकालिक रणनीति में एक महत्वपूर्ण प्रगति है ताकि इसके खनिज संसाधन आधार को मजबूत किया जा सके और भारत के महत्वपूर्ण खनिज परिदृश्य में भाग लिया जा सके। यह विकास देश के प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में हिन्दुस्तान जिं़क के नेतृत्व को और मजबूत करता है और सतत व जिम्मेदार विकास की दिशा में इसकी निरंतर यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय को चिह्नित करता है।

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