भीम यह बिल्ली पिछले 3 दिनों से अनवरत शनि शिंगणापुर में शनि देव की परिक्रमा कर रही है। इसके पहले यह अन्य दूसरे मन्दिरों में भी इसी प्रकार परिक्रमा कर चुकी है। इसने शुरुआत शिव मंदिर से की थी।
भीम यह बिल्ली पिछले 3 दिनों से अनवरत शनि शिंगणापुर में शनि देव की परिक्रमा कर रही है। इसके पहले यह अन्य दूसरे मन्दिरों में भी इसी प्रकार परिक्रमा कर चुकी है। इसने शुरुआत शिव मंदिर से की थी। यह एक मात्र घटना सनातन के आत्मा के जन्म मरण कर्म बन्धन और पूर्वजन्म के प्रारब्ध के भोग एवम प्रायश्चित्त के सिद्धांत की सम्पूर्ण गवाही के साथ देवताओ के अस्तित्व और ग्रहों की सत्ता को सही साबित कर रही है। निश्चित ही इस बिल्ली को अपनी मानव योनि में किये किसी दण्ड का ज्ञान हो गया होगा जो वह बेजबान होने के कारण किसी से कह तो नही पाई मगर अपनी पूर्वजन्म की याददाश्त के कारण प्राप्त विवेक बुद्धि से उसका प्रायश्चित्त करने का प्रयास कर रही है। हो सकता है पूर्वजन्म के अभ्यास के चलते मन ही मन किसी मन्त्र का जप भी चल रहा हो। आपका क्या मत है इस सम्बंध में...?