श्रीराम ने शक्ति पूजा कर रावण को किया पराजित -निराला की कविता ‘राम की शक्ति पूजा’ पर आधारित नृत्य नाटिका ने लूटी वाहवाही -पंजाब के गिद्दा, कश्मीर के रौफ और अन्य राज्यों के लोक नृत्यों ने साकार की संस्कृति

श्रीराम ने शक्ति पूजा कर रावण को किया पराजित -निराला की कविता ‘राम की शक्ति पूजा’ पर आधारित नृत्य नाटिका ने लूटी वाहवाही -पंजाब के गिद्दा, कश्मीर के रौफ और अन्य राज्यों के लोक नृत्यों ने साकार की संस्कृति उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 30 दिसंबर।। जब रावण छलपूर्वक सीता का अपहरण कर ले गया, तब प्रभु श्रीराम उसको दंड देकर सीता को मुक्त कराने के लिए उससे युद्ध करने लगे, तब उन्हें ऐसा लगा कि रावण उनके सभी अमोघ बाणों को काट रहा है और उसके प्रहार वानर सेना को भयंकर क्षति पहुंचा रहे हैं। यह देख राम कुछ व्यथित से हो गए, क्योंकि उस समय वे नारायण नहीं, अपितु मानव रूप में थे। जब रावण जैसे अधर्मी के समक्ष धर्म के लिए युद्ध कर रहे राम को निराशा-सी होने लगी तब उन्होंने एकाग्र होकर ध्यान किया तो देखा कि रावण के पीछे देवी शक्ति खड़ी हैं। इस पर उन्होंने जामवंत से मंत्रणा की तो जामवंत ने उन्हें बताया कि रावण ने युद्ध में आने से पूर्व शक्ति की पूजा की है, इसलिए देवी उसको सुरक्षा और बल प्रदान कर रही है। आप भी देवी का यज्ञ करें, तो वे आपको यह धर्म युद्ध जीतने का वरदान प्रदान कर सकती हैं। इस पर श्री...