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जुलाई 14, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नीमकाथाना का सीपीडीओ कार्यालय, बिना अधिकारी के विगत 7 माह से संचालित हो रहा है

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 *नीमकाथाना का सीपीडीओ कार्यालय, बिना अधिकारी के विगत 7 माह से संचालित हो रहा है ***** नीमकाथाना का महिला व बाल विकास परियोजना अधिकारी चेतानी जी जो की काफी लंबे समय से यहां सेवाएं दे रहे थे। उनका स्थानांतरण होने के बाद उनकी जगह अधिकारी है ही नहीं ❓ सिर्फ नीम का थाना का सीपीडीओ कार्यालय जो अतिरिक्त जिला कलक्टर नीमकाथाना कार्यालय के ठीक सामने है । उसकी यह हालत है , कि उस कार्यालय में विगत लगभग 7 माह से सीपीडीओ कार्यालय में अधिकारी का ऑफिस बंद ही पाया जाता है।  उक्त कार्यालय नीम का थाना के आसपास के श्रीमान प्रशासनिक अधिकारी व लिपि के भरोसे चल रहा है।  उक्त कार्यालय के अधीन कितने आंगनबाड़ी केंद्र हैं ।  उनको यदि आवश्यक कार्य हो तो अधिकारी नदारद है , तथा आम जन को कोई कार्य हो तो अधिकारी नदारद है ,तो ऐसे नौनीहालों के लिए बनाए गए और महिलाओं के लिए बनाए गए इस विभाग का कोई औचित्य नहीं है। जब अधिकारी न हो । अभी जो इस कार्यालय के अधीन शिक्षित , पोषित,तथा संरक्षण होता है। वह मॉनिटरिंग कौन महोदय कर रहे हैं। या महज खानापूर्ति ही हो रही है । नीमकाथाना के उच्च प्रशासनिक अधिकारी महोद...

नीमकाथाना में नगर परिषद का दर्जा समाप्त होते ही ,अतिक्रमणकारियों महानुभावों की नजर खांचा भूमि पर और सरकारी भूमि अतिक्रमणों पर, हौसले बुलंद

 *नीमकाथाना में नगर परिषद का दर्जा समाप्त होते ही ,अतिक्रमणकारियों महानुभावों  की नजर खांचा भूमि पर और सरकारी भूमि अतिक्रमणों पर, हौसले बुलंद ****** नीमकाथाना में नगर परिषद वर्तमान अधिकारी श्री मामराज जी जाखड़ को संपूर्ण नीम का थाना के गली मोहल्लों की जानकारी जमादारों के द्वारा प्रतिदिन मिलती है लेकिन सरेआम जिसका जी चाहे वह सरकारी भूमि जिसका भी निराकरण निजात भी नहीं हुआ है और निर्माण कार्य प्रकृति पर है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ऐसे मामलों को जानबूझकर अनदेखा कर रहे हैं जैसे आगामी डीएलबी के मतदानों में महोदय को जनता से वोट लेने हैं।  विचारणीय तथ्य यह है कि प्रशासक राज में भी अतिक्रमणकारियों बेलगाम हो रहे हैं इस पर भी नीम का थाना की जिम्मेदार अधिकारी गण कोई संज्ञान नहीं लेते।  वार्ड नंबर 16 राजपूत की कोटडी जो अतिक्रमण सरकारी भूमि का मामला लगभग एडीएम जब श्री अनिल महिला थे जब का मामला कछुआ गति से भी नहीं चल रहा अर्थात लाल फीता शाही की भेंट संपूर्ण चढ़ गया।  उल्लेखनीय यह है ,कि वार्ड नंबर 16 में हनुमान मंदिर के पीछे 10 * 12 फीट की खांचा भूमि जिस पर जबरन शंकर लाल पुत्र ...

औषधीय गुणों का भंडार है पीपल का वृक्ष।

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 औषधीय गुणों का भंडार है पीपल का वृक्ष। पीपल के पेड़ को भारतीय उपमहाद्वीप में पौराणिक 'जीवन का पेड़' या 'विश्व वृक्ष' माना जाता है। यह बोधि वृक्ष के रूप में जाने जाने वाला अंजीर कुल का पेड़ है। लैटिन में 'फाइकस' शब्द का अर्थ है 'अंजीर', पेड़ का फल, और 'रिलिजियोसा' शब्द का अर्थ है 'धर्म', से है क्योंकि यह बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म दोनों में पवित्र है । इसी कारण से इसे 'पवित्र वृक्ष के रूप मे जाना जाता है। यह एक विशाल पेड़ होता है जिसे अक्सर पवित्र स्थानों और मंदिरों के पास लगाया जाता है।  श्री भगवानदास तोदी महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र कांटिया ने बताया कि इसका वैज्ञानिक नाम फाइकस रिलिजियोसा है, जो मोरेसी कुल से संबंधित है। परंपरागत रूप से पीपल के पेड़ के पत्तों का रस खांसी, अस्थमा, दस्त, कान दर्द, दांत दर्द, हेमट्यूरिया (मूत्र में रक्त), माइग्रेन, खुजली, आंखों की परेशानी और गैस्ट्रिक समस्याओं के निवारण के लिए सहायक होता है। पीपल के पेड़ की छाल लकवा, सूजाक, हड्डियों के फ्रैक्चर, दस्त और मधुमेह जैसे रोगों के ...

करंट से बचने के तरीके बताए

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 करंट से बचने के तरीके बताए पुलिस थाना एन ई बी में श्रीमान पुलिस निर्देशक जयपुर के आदेश संख्या 4896 दिनांक 11.10.2022 की पालना में विनोद शर्मा सेवा निवृत्त अभियंता ने सभी मुलाजमानो को करंट से बचने का निशुल्क परीक्षण दिया। इस दौरान डेमो नरेश कुमार कॉन्स्टेबल नम्बर 732 एवं श्रीमती खिल्लो बाई कॉन्स्टेबल नंबर 49 ने डेमो दिया अन्त में पुलिस निरीक्षक दिनेश मीणा ने सबको धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र की रजनी ( सामाजिक सलाहकार), साक्षी (कानूनी सलाहकार) भी उपस्थित रही।