अनिल सक्सेना “ललकार” के कहानी संग्रह आख्यायिका का हुआ लोकार्पण

अनिल सक्सेना “ललकार” के कहानी संग्रह आख्यायिका का हुआ लोकार्पण बीकानेर 10 अक्टूबर। राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम एवं शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में साहित्यकार अनिल सक्सेना का सध्य प्रकाशित कहानी संग्रह “आख्यायिका” का लोकार्पण होटल मरुधर पैलेस में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रखर विचारक - चिन्तक डॉ.उमाकांत गुप्त ने कहा कि इस संग्रह में चौबीस कहानियां है। संरचनात्मक स्तर पर कहानियों में भाषा ऋजुता लिए, तीखापन ओढ़े हुए प्रवाहात्मकता को लिए है। संग्रह की कहानियां कहीं कथानक को पकड़ कर नहीं बैठती अपितु आगे बढ़ने का मौक़ा देती हुई, बिना किसी द्वंद्व, उतार-चढ़ाव, मनोवैज्ञानिक विश्लेषण-जाल से बचती हुई भाषा मूल्य चिंता को रचती है। यही संग्रह का मजबूत पक्ष है। मुख्य अतिथि डॉ. अजय जोशी ने कहा कि कहानियां रंजन से चिंतन तक विकसित हुई है, फिर भी घटनात्मकता सदैव बरकरार रही है। यही इस संग्रह का उजला पक्ष है। विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र जोशी ने कहा कि साहित्य की सबसे लोकप्रिय विद्या कहानी है। साहित्य और विशेषकर लोक साहित्य को समृद्ध करने का काम कहानी ...