ग्रामीणों के विरोध के बाद भी मीणा की नांगल में भारी ब्लास्टिंग से हो रहा है खनन कार्य

ग्रामीणों के विरोध के बाद भी मीणा की नांगल में भारी ब्लास्टिंग से हो रहा है खनन कार्य नीम का थाना।हरियाणा बॉर्डर पर बसे गांव मीणा की नांगल में ग्रामीणों के विरोध के बाद भी भारी ब्लास्टिंग से खनन कार्य किया जा रहा है, ऐसे में मीना की नांगल के लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं। एक तरफ सरकार धूल धूंआ भारी ब्लास्टिंग पर शिकंजा कस रही है वहीं खनन कारोबार से जुड़े लोग भारी ब्लास्टिंग कर सरकार के कानून कायदों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि मानसून सत्र आ चुका है खेतों में बुवाई जुताई का कार्य शुरू हो चुका है, परंतु खदान नंबर 295/05 में आईआर मशीन से गहरे होल बनाकर उसमें विस्फोटक सामग्री डालकर भारी ब्लास्टिंग करते हैं, ऐसे में खदान से पत्थर के टुकड़े उड़कर उपजाऊ भूमि में गिरते हैं, जिससे उपजाऊ भूमि बंजर होती हुई जा रही है। भारी ब्लास्टिंग के चलते क्षेत्र का जल स्तर भी काफी गहरा होता जा रहा है जिस कारण पीने की समस्या भी गंभीर खड़ी हो गई है। विस्फोटक सामग्री भी खदान में खुले में पड़ी रहती है, खदान से पत्थरों से भरे हुए डंफर गांव के अंदर से निकलते हैं जिसके चलते आ...