संदेश

नवंबर 6, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

दीपावली स्नेह मिलन एवं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में मेडल प्राप्त कर्ताओं का किया गया सम्मान*

चित्र
 *दीपावली स्नेह मिलन एवं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में मेडल प्राप्त कर्ताओं का किया गया सम्मान* *राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ, विभागीय समिति वन विभाग द्वारा अरण्य भवन में दीपावली स्नेह मिलन समारोह आयोजित किया गया। समारोह में अखिल भारतीय वन खेल कूद प्रतियोगिता में श्री सुरेश गुप्ता उप वन संरक्षक द्वारा गोल्ड मेडल एवं श्री योगेंद्र सिंह सहायक प्रशासनिक अधिकारी द्वारा क्रिकेट में रजत पदक एवं श्री जोगेंद्र सिंह वरिष्ठ सहायक द्वारा वेटलिफ्टिंग मैं रजत पदक प्राप्त करने पर विभागीय समिति के पदाधिकारियों द्वारा शाफा एवं माल्यार्पण कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर विभागीय समिति के अध्यक्ष प्रकाश चंद यादव, महामंत्री चेतन कुमार नूनीवाल, संरक्षक सुबोध दाधीच, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, मुकेश सैनी, नरसी सैनी, महिम जैन, कृष्णा कंवर, अंजना वर्मा एवं अन्य पदाधिकारियों उपस्थित र

शिष्टाचार" व्यवहार का नैतिक मापदंड एवं अनिवार्य अंग

चित्र
 *"शिष्टाचार" व्यवहार का नैतिक मापदंड एवं अनिवार्य अंग *। यह जानकारी जनतंत्र की आवाज पत्रकार श्रीमान विनोद शर्मा को दी। शिष्टाचार जीवन का दर्पण है जिसमें हमारे व्यक्तित्व का स्वरूप दिखाई देता है। शिष्टाचार के माध्यम से ही मनुष्य का प्रथम परिचय समाज से होता है। अच्छा या बुरा, दूसरों पर कैसा प्रभाव पड़ता है। यह हमारे उस व्यवहार पर निर्भर करता है, जो हम दूसरे से करते हैं। शिष्ट व्यवहार का दूसरों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है, दूसरों को सद्भावना, आत्मीयता और सहयोग की प्राप्ति होती है। साथ ही समाज में लोकप्रियता बढ़ती है। शिष्टाचार व्यवहार की वह रीति-नीति है, जिसमें व्यक्ति और समाज की आन्तरिक सभ्यता और संस्कृति के दर्शन होते हैं। परस्पर बात-चीत सम्बोधन से लेकर दूसरों की सेवा, त्याग, आदर भावनाएं तक शिष्टाचार के अन्तर्गत आ जाते हैं। शिष्टाचार हमारे आचरण और व्यवहार का एक नैतिक मापदण्ड है, जिस पर सभ्यता और संस्कृति का भवन निर्माण होता है। एक दूसरे की प्रति सद्भावना, सहानुभूति, सहयोग आदि श...

कलक्टर असावा का वंचित, जरूरतमंद, निर्धन पात्र बच्चों और व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने का अभियान

चित्र
कलक्टर असावा का वंचित, जरूरतमंद, निर्धन पात्र बच्चों और व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने का अभियान मिशन मोड पर पेंशन योजनाओं का शेष वेरीफिकेशन पूर्ण करें, पालनहार में समस्त वंचित बच्चों को जोड़ें :जिला कलक्टर एक भी पात्र व्यक्ति की पेंशन रुकी तो तय होगी जवाबदेही :जिला कलक्टर बुधवार शाम जिला मुख्यालय से ब्लॉक लेवल तक के अधिकारियों की वीसी लेकर दिए दिशा-निर्देश   फ़ोटो संलग्न राजसमंद 6 नवंबर। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं में समस्त वंचितों को जोड़ने, पेंडिंग वेरीफिकेशन शीघ्र से शीघ्र पूर्ण करने तथा पालनहार योजना में हर वंचित पात्र अनाथ बच्चे को जोड़ने को लेकर प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। इसके लिए वे लगभग डेढ़ महीने से निरंतर प्रयासरत हैं और लगातार समीक्षा कर रहे हैं जिसकी बदौलत निरंतर प्रगति बेहतर होती जा रही है। उनका प्रयास है कि आगामी 10 दिनों में यह कार्य शत प्रतिशत पूरा हो जाए और कोई भी पात्र वंचित न रहे। जिला कलक्टर असावा के इस अभियान के तहत लंबित कार्यों को निपटाने सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा के लिए उन्होंने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस बुधव...

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्र में बाल शिक्षा को बढ़ावा हेतु 36 करोड़ का निवेश

चित्र
 हिन्दुस्तान जिंक द्वारा राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्र में बाल शिक्षा को बढ़ावा हेतु 36 करोड़ का निवेश  राजस्थान के साथ 72 राजकीय विद्यालयों को बढ़ावा देने एमओयू उदयपुर जनतंत्र की आवाज। भारत की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़ा एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने राजस्थान शिक्षा विभाग के साथ एमओयू के माध्यम से अगले पांच वर्षों में बाल शिक्षा कोबढ़ावा देने हेतु 36करोड़ रूपयें के निवेश की घोषणा की। जयपुर में आयोजित राइजिंग राजस्थान एजुकेशन प्री-सम्मिट में हस्ताक्षरित, यह एमओयू मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावरऔर युवा एवं खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। एमओयू पर कंपनी की ओर से हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा ने हस्ताक्षर किए तथा एमओयू काआदान-प्रदान राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा अभियान अविचल चतुर्वेदी एवं वेदांता हिन्दुस्तान जिं़क की सीएसआर हेड अनुपम निधि के बीच हुआ। एमओयू कंपनी के शिक्षा संबल पहल के माध्यम से प्रदेश में छात्रों के विकास के लिए ती...

आयड़ जैन तीर्थ में अनवरत बह रही धर्म ज्ञान की गंगा

चित्र
 आयड़ जैन तीर्थ में अनवरत बह रही धर्म ज्ञान की गंगा उदयपुर जनतंत्र की आवाज। श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के तत्तवावधान में तपोगच्छ की उद्गम स्थली आयड़ तीर्थ में रामचन्द्र सुरिश्वर महाराज के समुदाय के पट्टधर, गीतार्थ प्रवर, प्रवचनप्रभावक आचार्य हितवर्धन सुरिश्वर आदि ठाणा द्वारा चातुर्मास काल के दौरान महाभारत पर प्रतिदिन प्रवचन दिए जा रहे है। महासभा के महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि बुधवार को आयड़ तीर्थ के आत्म वल्लभ सभागार में सुबह 7 बजे संतों के सानिध्य में ज्ञान भक्ति एवं ज्ञान पूजा, अष्ट प्रकार की पूजा-अर्चना की गई। नाहर ने बताया कि बुधवार 6 नवम्बर को ज्ञान पंचमी के अवसर विशेष अनुष्ठान का आयोजन हुआ। मंगलवार को आयोजित धर्मसभा में आचार्य हितवर्धन सुरिश्वर ने कहां कि सरस्वती देवी ज्ञान नहीं देती किन्तु ज्ञानावरणीय कर्म के क्षयोपशम से ज्ञान मिलता है और वह पाने के लिए ज्ञान व ज्ञानी का विनय करना चाहिए। ज्ञान की आशातना से बचना चाहिए। ज्ञान की आशातना के कई प्रकार है जैसे जुठे मुंह बोलना नहीं चाहिए, मोबाईल जेब में लेकर वॉशरूम नहीं जाना चाहिए, मोबाईल देखते हुए खाना-पीना नहीं चाहिए। ज्ञा...

विधिक सेवा सप्ताह के तहत शिविर में विद्यार्थियों को दी विधिक जानकारी''

चित्र
''विधिक सेवा सप्ताह के तहत शिविर में विद्यार्थियों को दी विधिक जानकारी''         माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजसमंद श्रीमान् राघवेन्द्र काछवाल के निर्देशानुसार मनाये जा रहे विधिक सेवा सप्ताह के तहत बुधवार को रीको एरिया में स्थित ओरेंज काउंटी स्कूल में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद द्वारा विधिक सेवा शिविर का आयोजन कर विद्यार्थियों को कानूनी जानकारी प्रदान की गई।         शिविर में प्राधिकरण के सचिव श्री संतोष अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 1995 से प्रतिवर्ष 09 नवम्बर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया जाता है। जिसके उपलक्ष्य में विधिक सेवा सप्ताह का आयोजन दिनांक 05.11.2024 से दिनांक 12.11.2024 तक किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य कमजोर एवं गरीब तबके के लोगों को विधिक जागरूकता, कानूनों की जानकारी एवं अधिक के अधिक आमजनों के मध्य विधिक चेतना का प्रचार-प्रसार करना है। जिसमें विधिक सेवा से सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी, मध्यस्थता कानून, बाल विवाह निषेध अधिनियम, लोक अदालत, वरिष्ठ नागरिकों के कानू...

न्यायाधीश ने किया सखी सेंटर का मासिक निरीक्षण’’

चित्र
 ’’न्यायाधीश ने किया सखी सेंटर का मासिक निरीक्षण’’                                                                                श्री राघवेन्द्र काछवाल, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) के निर्देशानुसार श्री संतोष अग्रवाल सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, (अपर जिला न्यायाधीश) राजसमंद द्वारा आर.के. अस्पताल में संचालित वनस्टॉप सेंटर का दिनांक 06.11.2024 को मासिक निरीक्षण किया गया। श्री अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में सेंटर में एक बालिका आवासरत है किन्तु वक्त निरीक्षण उक्त बालिका का बयान हेतु जाना बताया। सेंटर पर आश्रयरत महिलाओं/बालिकाओं के लिए दैनिक उपयोग की वस्तुएं यथा साबुन, तेल, टूथपेस्ट इत्यादि उपलब्ध होना बताया। सफाई व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। वन स्टॉप सेंटर पर कुल 15 कार्मिकों की संख्या है जिनमें से 4-4 कार्मिकों की ड्यूटी शिफ्टवार लगायी जाती है। गृह में आश...

दर्शकों को अभी भी आशा कि दया बेन करेंगी वापसी -दवे

चित्र
 दर्शकों को अभी भी आशा कि दया बेन करेंगी वापसी -दवे  उदयपुर।प्रसिद्ध हास्य धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा के निर्देशक रुषि मेहता ने कहा कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है।इसी के ज़रिए क्षेत्र में सफलता अर्जित की जा सकती है।  रुषि मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक हास्य धारावाहिक को लगातार डेढ़ दशक तक चलाना बहुत मुश्किल भरा काम होता है। इसके लिए कठिन परिश्रम मज़बूत और सशक्त अभिनय के साथ ही एक मज़बूत प्रोडक्शन टीम की भी ज़रूरत होती है और इसी वजह से इतने सालों के बाद भी यह यह धारावाहिक रेटिंग की दृष्टि से दर्शकों की पसंद बना हुआ है। विद्यार्थियों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पात्रों के चेहरे बदल जाने से और नए कलाकारों के आने से धारावाहिक की रेटिंग पर कोई असर नहीं पड़ता है हालाँकि दर्शकों के लिहाज़ से देखें तो जो पात्र एक बार नज़र में जम जाता है उसे एक दम भुलाना मुश्किल होता है। उन्होने कहा कि दयाबेन पिछले 7 सालों से स्वास्थ्य कारणों से अवकाश पर है लेकिन दर्शको...

कला आश्रम में आरोहण-2024 कार्यक्रम

चित्र
 कला आश्रम में आरोहण-2024 कार्यक्रम  उदयपुर। उदयपुर स्थित कला आश्रम प्रांगण के कलामंच पर नृत्य संगीत "आरोहण 2024" का आयोजन हृदयमई प्रस्तुतियों के साथ कत्थक नृत्य के नए आयामों को साथ लेकर किया गया। आरोहण कार्यक्रम का आगाज नृत्यदेव आदिशिव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कला आश्रम फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्धक न्यासी डॉ. दिनेश खत्री एवं संरक्षक न्यासी डॉ. सरोज शर्मा, टी-टेन्ट्रम प्रा.लि. की सी.ई.ओ. डॉ. हृदया खत्री एवं मधुरम खत्री की उपस्थिति के साथ हुआ। कार्तिक मास में आयोजित होने वाले इस नृत्यरास "आरोहण" का प्रारम्भ श्रीराम स्तुति के साथ हुआ, जहां डॉ. सुनिता आचार्य एवं डॉ. ममता जी ने इन्द्रदेव आर्य के निर्देशन में प्रभुश्री की आराधना में मंगल ध्वनि का आगाज किया। कला, संस्कृति के "आरोहण' का प्रमुख केन्द्र कत्थक रास था जिसमें कत्थक व लोक नृत्य के विभिन्न पहलुओं को श्रृंगार के साथ प्रस्तुत किया, जहां नृत्य सिर्फ मनोरंजन नहीं यह आध्यात्म का पायदान है। नृत्य को दैनिक जीवन से जोड़कर उसे विद्यार्थियों के जीवन से जोड़ा गया व बताया गया कि यह कैसे आपके जीवन को और अधिक प्रभाव...

ध्रुव त्रिपाठी को सौंपी विश्वविद्यालय टीम की कप्तानी

चित्र
 ध्रुव त्रिपाठी को सौंपी विश्वविद्यालय टीम की कप्तानी उदयपुर। प्रतिभावान राष्ट्रीय खिलाड़ी ध्रुव त्रिपाठी को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की लॉन टेनिस टीम का कप्तान नियुक्त कर इनका चयन वेस्ट जोन अंतर विश्वविद्यालय लॉन टेनिस प्रतियोगिता के लिए किया गया। यह प्रतियोगिता मध्यप्रदेश के ग्वालियर में आगामी सात नवंबर से प्रारंभ होकर 11 नवंबर तक आईटीएम विश्वविद्यालय में आयोजित होगी। ध्रुव के चयन पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा, क्रीड़ा मंडल के चेयरमैन प्रो नीरज शर्मा, सचिव डॉ भीमराव पटेल ने टीम को शुभकामनाएं देकर रवाना किया। वर्तमान में विद्या भवन रूरल इंस्टीट्यूट में बीबीए चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थी ध्रुव ने सफलता का श्रेय अपने कोच खेमराज गमेती एवं प्रतिभावान खिलाड़ी व शारीरिक शिक्षक उज्ज्वल दाधीच को दिया। ध्रुव के पिता अशोक त्रिपाठी ने बताया कि ध्रुव विगत दो वर्षों से उदयपुर में महाराणा प्रताप खेलगांव एवं कपासन टेनिस क्लब में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। टीम मैनेजर मोहन लाल सालवी, खिलाड़ी खुशाल प्रजापत, विकास चौधरी, रमेश सुथार, गौरांग चौहान शामिल है। विश्वविद्यालय की कप्तानी ...