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जून 9, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

राजस्थान ने जीती दो दिवसीय 22वीं तेनशिनकन नेशनल कराटे चेम्पियनशीप

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 राजस्थान ने जीती दो दिवसीय 22वीं तेनशिनकन नेशनल कराटे चेम्पियनशीप   उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। न्यू नवरतन कॉम्पलेक्स स्थित चावत स्पोर्ट्स एकेडमी में सम्पन्न हुईकेडीए राजस्थान कराटे एसोसिएशन की ओर से 22 वीं तेनशिनकन नेशनल कराटे चेम्पियनशीप राजसथान टीम ने जीत कर पूरे देश में अपनी सफलता के झंडे गाड़े। डिस्ट्रिक्ट कराटे एसोसिएशन के डॉ. विक्रम सहगल ने बताया कि प्रतियोगिता में राजस्थान टीम की ओर से अदी अरोड़ा ने गोल्ड,यश अरोड़ा ने 2 गोल्ड, पशुनेश, मयांश डोड व हर्षवर्धन ने कास्यं,मायरा मेहता ने कराटे व कूमिते में गोल्ड,इशिता ने कास्यं, सेामाया ने 2 गोल्ड,परीशा ने कास्यं,निवान ने रजत,अर्व ने गोल्ड व कास्यं,कियारा व सनाया ने रजत व कास्यं पदक जीते।

महाराणा प्रताप जयंती पर 501 लीटर मिल्करोज का वितरण

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 महाराणा प्रताप जयंती पर 501 लीटर मिल्करोज का वितरण   उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। निःशुल्क भोजन वितरण सेवा संस्थान की ओर से प्रातः स्मरणीय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के 484 वंे जन्मदिवस’ के अवसर पर शहर मे ंनिाकली गई शोभा यात्रा’ के स्वागत में मोती चोहटा, आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के गेट पर 501 लीटर शीतल मिल्करोज का वितरण किया गया।   संस्थान के जिला अध्यक्ष राजकुमार सचदेव व महासचिव महावीर नागदा ने बताया कि संस्थान वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप से प्रेरणा और उनके उद्देश्यों को याद रखते हुए संस्थान आज तक निरंतर 5 वर्षों से अनवरत रूप से जनहित में भिन्न-भिन्न सेवा करती आ रही है। इसके पीछे राणा प्रताप के आदर्श का ही योगदान है। उन्होंने कहा कि हम सदैव राणा प्रताप के वीरता,साहस, धर्म पारायण, निष्ठा से जनहित में निःस्वार्थ कार्य करने की प्रेरणा को याद रखते हुए संस्थान के कर्मठ कार सेवा साथियों ने बड़े जोश उत्साह के साथ वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जन्मोत्सव को मनाया। सस्थान के जिला सचिव एडवोकेट अशोक कुमार पालीवाल ने बताया कि शोभायात्रा के स्वागत , सम्मान में शीतल मिल्क रोज...

दो दिवसीय 22वीं तेनशिनकन नेशनल कराटे चेम्पियनशीप सम्पन्न

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 दो दिवसीय 22वीं तेनशिनकन नेशनल कराटे चेम्पियनशीप सम्पन्न उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। केडीए राजस्थान कराटे एसोसिएशन की ओर से 22 वीं तेनशिनकन नेशनल कराटे चेम्पियनशीप आज न्यू नवरतन कॉम्पलेक्स स्थित चावत स्पोर्ट्स एकेडमी में सम्पन्न हुई। समापन समारोह के मुख्य अतिथि सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री गौतम दक थे। इस अवसर पर उन्होंने विजेता खिलाड़ियों व रेफरी को पुरूस्कार प्रदान किये। समारोह को संबोधित करते हुए दक ने कहा कि जीवन में बच्चों को आगे आने के अवसर मिलते है। पूर्व में खेल में बच्चों को सुविधायें नगण्य मिलती थी लेकिन आज बहुत सुविधायें मिलती है जिस कारण हर खेल में विदेशों में भारतीय खिलाड़ि़यों का परचम लहरा रहा है। शरीर को मजबूत बनाने के लिये खेल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिये किसी न किसी खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिये। केडीए के राहुल शर्मा व नेशनल कराटे एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेंसई हसरत खान ने बताया कि दो दिन की इस प्रतियोगिता में 16 राज्यों के 377 खिलाड़ियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लेकर अपने कौशल का पूरा प्रदर्शन किया। डिस्टिक्ट कराटे एसोसिएश...

प्रातःस्मरणीय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 484 वीं जयन्ती मनाई

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 प्रातःस्मरणीय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 484 वीं जयन्ती मनाई   उदयपुर जनतंत्र की आवाज । मेवाड़ के 54वें एकलिंग दीवान प्रातःस्मरणीय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 484वीं जयंती, महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर की ओर से मनाई गई। सिटी पेलेस म्यूजियम स्थित राय आंगन में मंत्रोच्चारण के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण व पूजा-अर्चना कर दीप प्रज्जवलित किया गया तथा आने वाले पर्यटकों के लिए उनकी ऐतिहासिक जानकारी प्रदर्शित की गई। इस अवसर पर सिटी पेलेस पर 3 दिवसीय विद्युत सज्जा रहेगी। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि उदयपुर के महाराणा प्रताप हवाई अड्डे के प्रताप प्रांगण स्थित महाराणा प्रताप की चेतक आरूढ़ प्रतिमा को पुष्प-मालाओं से सुसज्जित कर दीप प्रज्जवलित किए और प्रसाद वितरित किया गया। मेवाड़ के वीर योद्धा महाराणा प्रताप का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया, विक्रम संवत् 1597, (वर्ष 1540) को कुम्भलगढ़ में हुआ था। महाराणा प्रताप का शासनकाल ई. स. 1572-1597 तक रहा और उनका महाप्रयाण माघ शुक्ल की एकादशी, विक्रम संवत् 1653 (वर्ष 159...

तरुण दाधीच को मिला राजस्थानी लेखन सम्मान

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 तरुण दाधीच को मिला राजस्थानी लेखन सम्मान       उदयपुर जनतंत्र की आवाज। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति और नेम प्रकाशन,डेह के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुए राजस्थानी भाषा पुरस्कार उच्छब 2024 की मुख्य अतिथि सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री डा.मंजू बाघमार थीं। अध्यक्षता पुलिस जवाबदेही आयोग के अध्यक्ष एच आर कुड़ी ने की। मुख्य अतिथि जहूर खां मेहर एवं भंवर पृथ्वीराज रतनू थे। इस जलसे में उन्तीस साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नगर के राजस्थानी एवं हिंदी के साहित्यकार तरुण कुमार दाधीच को मोहनराम छाबा राजस्थानी लेखन पुरस्कार के तहत ग्यारह हजार रुपए नकद,शॉल, अभिनंदन पत्र प्रदान किया गया। पवन पहाड़िया ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डा.गजादान चारण ने किया। द्वारा -

रेलवे स्टेशन सीकर पर भारत स्काउट गाइड की ओर से जल सेवा में यात्रियों को रसना पिलाई गई

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 रेलवे स्टेशन सीकर पर भारत स्काउट गाइड की ओर से जल सेवा में यात्रियों को रसना पिलाई गई  राजस्थान राज्य भारत सरकार का जिला मुख्यालय सीकर के तत्वाधान में रेलवे स्टेशन सीकर पर ग्रीष्मकालीन निशुल्क जल सेवा का आयोजन हरिराम बहड सेवा संस्थान सीकर व अन्य भामाशाहों के सहयोग से किया जा रहा है । 28 मई से संचालित जल सेवा में बसंत कुमार लाटा सीओ स्काउट सीकर, हंसराज लाटा, मनोहर लाल, महेंद्र कुमार पारीक, देवीलाल जाट, सुरेंद्र कुमार शर्मा ओम प्रकाश रेगर, निकिता जांगिड़ ,गायत्री ,हेमंत ,कवि ओम, विजय काकडवाल, सीताराम गढवाल, निर्मला माथुर,   अनेक स्काउट गाइड सदस्य जब लोग आराम करते हैं उसे समय तपती दोपहर में लगातार सेवाएं प्रदान कर रहे हैं और यात्रियों को निशुल्क ठंडा जल एवं नींबू की शिकंजी रसना शरबत पिला रहे हैं । सुरेंद्र कुमार शर्मा स्काउट मास्टर राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय सीकर के सौजन्य से रेल यात्रियों को तपती धूप में रसना पिलाई गई

जस्टडायल उदयपुर के छोटे एवं मध्यम व्यवसायों के विकास के साथ उन्हें बना रहा सशक्त

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 जस्टडायल उदयपुर के छोटे एवं मध्यम व्यवसायों के विकास के साथ उन्हें बना रहा सशक्त   उदयपुर। जिसे ‘वैनिस ऑफ द ईस्ट’ के नाम से जाना जाता है, यह शहर अपनी मनमोहक खूबसूरती, नीले पानी की झीलों के लिए दुनिया भर में विख्यात है और अरावली की हरी-भरी पहाड़ियों से घिरा है। राजस्थान के रत्न के रूप में उदयपुर पर्यटन एवं कृषि क्षेत्र के माध्यम से राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। शहर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, भव्य महल, ऐतिहासिक किले और सुंदर मंदिर इसके आकर्षण को कई गुना बढ़ा देते हैं, जिसके चलते हर साल लाखों पर्यटक उदयपुर घूमने के लिए आते हैं।  इसके अलावा हैण्डीक्राफ्ट उद्योग शहर की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करता है। उदयपुर शहर को इसकी पारम्परिक चित्रकारी, मिट्टी के बर्तनों, परिधानों एवं आभूषणों के लिए भी जाना जाता है। ये हैण्डीक्राफ्ट्स न सिर्फ भारतीयों के द्वारा पसंद किए जाते हैं बल्कि इन्हें दुनिया भर में निर्यात भी किया जाता है। इसके अलावा शहर में 80,085 रजिस्टर्ड एमएसएमई हैं जो विभिन्न सेक्टरों में इनोवेशन और विकास को बढ़ावा देते हैं।  जस्टडायल ने शहर के व्...

सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल बोले, प्रताप का संघर्ष साम्राज्य विस्तार के लिए नहीं, संस्कृति और अस्मिता की रक्षा के लिए था -प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ में महाराणा प्रताप जयंती समारोह का उद्घाटन -मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रहे मुख्य अतिथि

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 सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल बोले, प्रताप का संघर्ष साम्राज्य विस्तार के लिए नहीं, संस्कृति और अस्मिता की रक्षा के लिए था -प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ में महाराणा प्रताप जयंती समारोह का उद्घाटन -मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रहे मुख्य अतिथि  उदयपुर। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का संघर्ष साम्राज्य विस्तार के लिए नहीं, बल्कि संस्कृति और अस्मिता की रक्षा के लिए था। उन्होंने आततायी-बर्बर विचार वाली ताकतों के सामने खड़ा होने की हिम्मत की। मातृभूमि के प्रति समर्पण का उन्होंने ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया जिसकी बदौलत आज भी सम्पूर्ण भारतवर्ष में उनकी जयकार होती है। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने शनिवार को यहां प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ में महाराणा प्रताप जयंती समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर कही। उन्होंने कहा कि भारत में कई बर्बर आक्रमणकारी बाहर से आए और ऐसे आक्रमणकारियों के सामने हिम्मत से खड़े होने वाले थे महाराणा प्रताप। प्रताप की सेना का शौर्य ऐसा था कि आत्म समर्पण नहीं करेंगे, अंतिम सांस तक लड़ेंगे। जौहर पर बोलते हु...