भारतीय नववर्ष के मंगलाचार में उमड़ा सैलाब -नगर निगम प्रांगण से निकली शोभायात्रा में नाचते-गाते चले युवा -सिर पर कलश धारण कर मंगलकामना का संदेश देते चली मातृशक्ति

भारतीय नववर्ष के मंगलाचार में उमड़ा सैलाब -नगर निगम प्रांगण से निकली शोभायात्रा में नाचते-गाते चले युवा -सिर पर कलश धारण कर मंगलकामना का संदेश देते चली मातृशक्ति -अश्व सवार युवतियां और झांकियां रहीं आकर्षण -बग्घियों में बिराजमान होकर संतों ने दिया आशीर्वाद उदयपुर, 09 अप्रैल। सूर्य संवेदना पुष्पे, दीप्ति कारुण्यगंधने। लब्ध्वा शुभं नववर्षेऽस्मिन कुर्यात्सर्वस्य मंगलम्॥ अर्थात् जिस तरह सूर्य प्रकाश देता है, संवेदना करुणा को जन्म देती है, पुष्प सदैव महकता रहता है, उसी तरह आने वाला हमारा यह नूतन वर्ष आपके लिए हर दिन, हर पल के लिए मंगलमय हो। इन्हीं मंगलकामनाओं के साथ सिर पर मंगल कलश धारण करके मंगल गीत गाती हुईं मातृशक्ति शहर के मुख्य बाजारों से गुजरीं, अवसर था चैत्र शुक्ल प्रतिपदा संवत 2081 अर्थात् भारतीय नववर्ष का। भारतीय प्राचीन अचूक अकाट्य कालगणना के आधार पर सम्पूर्ण सनातन संस्कृति में यह नववर्ष परम्परा के रूप में शामिल है जिसकी साक्षी घर-घर में बनाई जाने वाली गुड़ की लपसी और मंदिर स्थानकों शक्तिपीठों में होने वाली घट स्थापना है। ...