जयपुर जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक के डॉक्टर आकाश शर्मा ने महिला मरीज ज्योति को दिया नया जीवन
जयपुर जय श्री होम्योपैथिक क्लीनिक बनी पार्क जयपुर में एक और कीर्तिमान बनाया है जानकारी के मुताबिक 3 साल पहले एक महिला मरीज ज्योति तिरथानी उम्र 49 वर्ष जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक पहुंची जिनकी स्थिति बेहतर गंभीर थी उनके दाएं पैर में गैग्रीन हो चुका था और इसमें हजारों की संख्या में कीड़े लग चुके थे दर्द असहनीय था और डॉक्टरों ने स्पष्ट कह दिया था कि अब पैर काटना,अमयुटेशन, ही एकमात्र विकल्प है लेकिन किस्मत ने उनके लिए कुछ और ही तय किया था जब उन्हें डॉक्टर आकाश शर्मा के बारे में पता चला जो गंभीर रोगों के इलाज में अपनी गहरी समझ और म दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं तो इन्होंने एक आखरी मनवीय उम्मीद के तौर पर जय श्री होम्योपैथिक क्लीनिक में उपचार शुरू कराया डॉ आकाश शर्मा की होम्योपैथिक दवाओ और निरंतर देख-भाल से कुछ ही महीना में उनके पैर की सडन रुक गई कीड़े खत्म हो गए तथा धीरे-धीरे उनका नया जीवन लौट आया आज वह मरीज पूरी तरह स्वस्थ है अपने पैरों पर खड़ी है और सबसे बढ़कर उसने अपना आत्मविश्वास और मुस्कान दोनों वापस पा लिए हैं
यह सफलता की कहानी सिर्फ एक पर बढ़ाने की नहीं बल्कि एक जीवन बचाने और उम्मीद को फिर से जागने की कहानी है जय श्री होम्योपैथिक क्लीनिक और डॉक्टर आकाश शर्मा ने यह साबित कर दिया कि अगर उपचार में समर्पण विश्वास और विज्ञान का संतुलन हो तो कुछ भी असंभव नहीं है
अब यह महिला ज्योति अपना सारा काम अपने दोनों पैरों से सही ढंग से चलकर कर रही है

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