विश्व संगीत दिवस वैश्विक शांति का मूल मंत्र है "संगीत"
#विश्व संगीत दिवस
वैश्विक शांति का मूल मंत्र है "संगीत"
उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। संगीत की शक्ति वास्तव में अद्वितीय है, और यह विभिन्न तरीकों से लोगों के जीवन को प्रभावित कर सकता है। जहां आज संपूर्ण विश्व में हर तरफ उथल-पुथल मची है, वहां संगीत लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में सबसे महत्वपूर्ण साधन सिद्ध हो सकता है। संगीत व्यक्तित्व निर्माण में भी अपनी अहम भूमिका रखता है। संगीत हमें मानसिक सुदृढ़ता, स्वास्थ्य एवं जीवन में संतुलन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। यह हमें हमारी जड़ों, हमारी चेतना, मन, बुद्धि, आत्मा और अंतर जगत से जोड़ता है। संगीत ध्वनि का ऐसा लय बद्ध व्यवहार है, जो हमें तनाव मुक्त रखते हुए अधिक सृजनात्मकता, कल्पना शक्ति और एकाग्रता से जोड़ता है। संगीत सिर्फ एक कला नहीं अपितु एक संस्कार है क्योंकि इसका ना कोई धर्म है, ना कोई जात। हर स्वर एक कहानी सुनाता है, हर ध्वनि एक अलग जज़्बात जगाती है। संगीत की स्वर लहरी किसी देश की सीमा में बंध नहीं सकती। यह उन्मुक्त हवा, पंछी और नदियों की तरह है जो किसी के भी मन को मोह सकता है। भारतीय शास्त्रीय संगीत एक महान विचार, उदात्त कला, योग और भारतीय दर्शन का सुंदर संगम है। यूं तो सृष्टि के कण - कण में संगीत है, फिर वह चाहे नदियों का बहाना हो, पंछियों का कलरव हो, नदियों का बहाना हो, झरनों का गिरना हो या बारिश की बूंदे हों, कुल मिलाकर संगीत हमारी आत्मा में इस तरह रस - बस चुका है कि इसके बिना जीवन की कल्पना ही व्यर्थ है। जन्मे हुए बालक के रुदन से लेकर राम नाम सत्य की धुन तक रचा - बचा संगीत जीवन के हर पहलू, हर घटनाक्रम पर अपनी अमिट छाप छोड़ता है। संगीत के माध्यम से वैश्विक शांति को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा सकते हैं। संगीत विभिन्न संस्कृतियों के बीच एक सेतु का काम कर सकता है, जिससे लोगों के बीच समझ और सम्मान बढ़ सकता है। संगीत लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ सकता है, जिससे वे एक दूसरे के साथ अधिक सहानुभूति और समझ के साथ जुड़ सकते हैं। संगीत के माध्यम से शांति का संदेश फैलाया जा सकता है, जिससे लोगों को शांति और अहिंसा के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सकता है। हमने देखा कि हर युग की क्रांतियों में संगीत ने अपनी विशेष छाप छोड़ी है, फिर वह चाहे मध्ययुगीन धार्मिक आंदोलन हो जब स्वतंत्रता के लिए लड़ी गई आजादी की लड़ाई। जहां आज संपूर्ण विश्व वैश्विक तनाव की स्थिति झेल रहा है और हम तृतीय विश्व युद्ध की आहट सुन रहे हैं वहां संगीत कुछ हद तक ही सही मानसिक तनाव और अवसाद को कम करने में मददगार हो सकता है।
विश्व संगीत योग दिवस की स्वरमयी शुभकामनाएं
डॉ. शिल्पी सक्सेना
(निदेशिका - संगीत वाटिका कोटा)
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