सर्वगुण सम्पन्न पवित्र औषधीय गुणों वाला पौधा है तुलसी।

 सर्वगुण सम्पन्न पवित्र औषधीय गुणों वाला पौधा है तुलसी।







 भारतीय पौराणिक कथाओं में तुलसी को पवित्र जड़ी-बूटी के रूप में बहुत महत्व दिया गया है। यह आयुर्वेद में कई औषधीय गुणों वाला एक पूजनीय पौधा है।

श्री भगवानदास तोदी महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र कांटिया ने बताया कि पवित्र तुलसी भारत में एक पूजनीय पौधा है और इसे बेहतरीन औषधीय गुणों और औषधीय उपयोगों के लिए महत्व दिया जाता है। तुलसी की सुगंधित अंडाकार पत्तियां और पंचाग अत्यधिक औषधीय महत्व वाले है इसका वैज्ञानिक नाम ओसीमम सैंक्टम है यह लेमिएसी  कुल का सदस्य है यह आयुर्वेद जैसी वैकल्पिक चिकित्सा में अपार चिकित्सीय प्रभावों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूटि है। यह विभिन्न स्वास्थ्य जोखिमों जैसे मधुमेह, मोटापा, कैंसर आदि स्वास्थ्य समस्याओं के निवारण में फायदेमंद हैं। साथ ही  इसे एक जादुई जड़ी-बूटी का सौभाग्य प्राप्त है, जिसमें जबरदस्त उपचार शक्तियां हैं। तुलसी में मौजूद एसिटिक एसिड पथरी को तोड़ने में मदद करता है। यह एक प्राकृतिक सिरदर्द निवारक औषधि है जो माइग्रेन के दर्द से भी राहत दिलाती है।

तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं और इसमें सूजनरोधी गुण होते हैं, जो इसे सर्दी, खांसी और श्वसन संक्रमण जैसी कई बीमारियों के इलाज में उपयोगी बनाता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है, पाचन में सुधार करता है और तनाव के स्तर को कम करता है। तुलसी एक बहुमुखी जड़ी बूटी है जिसका सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जैसे कि चाय, कैप्सूल और यहां तक कि भोजन में मसाले के रूप में भी। पारंपरिक चिकित्सा में इसका महत्व और इसके कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ इसे एक मूल्यवान औषधि बनाते हैं।

 तुलसी मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का गुण है इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं जो सर्दी, जुकाम, बुखार, अस्थमा आदि जैसी आम बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। इसके पत्तों को चबाना या पत्तों को पानी के साथ उबालकर पानी पीने से गले की खराश और सर्दी जैसे लक्षणों से राहत मिलती है। इसके अलावा, तुलसी के पत्ते कुछ कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं और एचआईवी कोशिकाओं के विकास को रोकने का काम करती है, जिससे जानलेवा बीमारियों को रोका जा सकता है। 

सदियों से तुलसी का उपयोग घावों और संक्रमणों को ठीक करने में किया जाता रहा है क्योंकि इस पौधे में विषाणुरोधी, कवकरोधी और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। इसमें सूजन कम करने और घावों को जल्दी भरने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।

यह पवित्र पौधा रक्त को शुद्ध करने के लिए भी जाना जाता है, जिससे त्वचा स्वस्थ रहती हैं ।इसके अलावा, तुलसी की चाय विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर और पाचन तंत्र को साफ करके स्वास्थ्य के लिए चमत्कारिक औषधि हैं। अगर इसका नियमित रूप से सेवन करें तो बहुत फायदे हैं।

यह कीड़े के काटने पर या कुछ त्वचा संक्रमण, जैसे दाद आदि में  इसके ताजे पत्ते बहुत लाभदायक है। त्वचा के प्रभावित क्षेत्र पर तुलसी के पत्तों का रस लगाने पर शीघ्र आराम मिलता है। तुलसी में प्राकृतिक एनाल्जेसिक गुण होते हैं इसलिए यह सूजन और दर्द को नियंत्रित करने में मदद करता है।

उच्च रक्तचाप के रोगियों को तुलसी से महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं क्योंकि तुलसी के पत्तों का सेवन करने से उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। तुलसी सिरदर्द, चिंता, अवसाद, नींद की कमी और उच्च रक्तचाप के लक्षणों के लिए एक शक्तिशाली औषधि है। 

श्वसन संबंधी विकारों के इलाज में महत्वपूर्ण है। क्योंकि प्रदूषित वातावरण फेफड़ों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है, जिसके परिणामस्वरूप अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं होती हैं। अतः तुलसी श्वसन तंत्र पर प्रभावी रूप से काम करती है। इसके अलावा, तुलसी के पत्तों से भाप लेने से कंजेशन दूर होता है।

टाइप-2 डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों को तुलसी के पत्तों से बहुत फ़ायदा होता है। यह प्राचीन जड़ी-बूटी न केवल रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और हानिकारक प्रभावों को कम करने में लाभकारी साबित होती है। बल्कि किसी भी रूप में तुलसी का सेवन करने से चयापचय प्रक्रिया में सुधार होता है और शरीर को कार्बोहाइड्रेट और वसा आदि से संसाधित करने में मदद मिलती है। 


तुलसी के और भी उपयोग है जैसे खाने का स्वाद भी बढ़ा सकती है यह पाचन प्रक्रिया में सुधार व हृदय-संवहनी रोगों की रोकथाम, जठरांत्र संबंधी समस्याओं का इलाज, 

जोड़ों के दर्द से राहत, 

गुर्दे की पथरी का इलाज,

दंत चिकित्सा,

मुंह के छालों का इलाज,

तनाव के स्तर को कम करना आदि में तुलसी एक जादुई जड़ी बूटी है जो प्रकृति में आसानी से मिल जाती है क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली जड़ी-बूटियों में से एक है जो अपने औषधीय गुणों के संयोजन के लिए जानी जाती है। जिस तरह स्वास्थ्य बीमा  आपको अप्रत्याशित स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है, उसी तरह तुलसी अपने अविश्वसनीय लाभों के साथ हमारी प्राकृतिक रक्षा करती है। इस अद्भुत जड़ी बूटी का सेवन करने के कई फायदे है जैसे तुलसी की चाय, तुलसी का पानी, या ताजा कच्चे तुलसी के पत्ते चबाना से हर प्रकार का रोग ठीक हो सकते है। तुलसी एक हल्के मूत्रवर्धक और विषहरण एजेंट के रूप में भी कार्य करती है जो शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में लाभदायक है।

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