बस थोड़ी सी दवा और थोड़ा सा दुलार, साहिबा को मिला नया जीवन और नया परिवार बीमार ऊंटनी साहिबा का रेस्क्यू, उपचार से हुई स्वस्थ

 बस थोड़ी सी दवा और थोड़ा सा दुलार, साहिबा को मिला नया जीवन और नया परिवार

बीमार ऊंटनी साहिबा का रेस्क्यू, उपचार से हुई स्वस्थ


एनिमल प्रोटेक्शन सोसायटी और पशु चिकित्सा विभाग स्टाफ ने दिखाई संवेदनशीलता


उदयपुर संवाददाता विवेक अग्रवाल जनतंत्र की आवाज। बेजुबां पशु जब तक स्वस्थ रहते हैं, मानव की सेवा करते हैं, लेकिन जैसे ही वह अस्वस्थ या वृद्ध हो जाते हैं मनुष्य उन्हें अनुपयोगी मान कर लावारिस छोड़ देता है। ऐसा ही कुछ राजकीय पशु ऊंटनी साहिबा के साथ हुआ। बीमारी से ज्यादा मालिक की दुत्कार से व्यथित सी साहिबा धीरे-धीरे प्राण त्यागने की करार पर पहुंच चुकी थी। इस बीच एनिमल प्रोटेक्शन सोसाइटी की टीम देवदूत बन कर पहुंची और साहिबा को अस्पताल लाकर पशु चिकित्सा टीम की मदद से उपचार शुरू कराया। थोड़ी सी दवा और दुलार पाकर साहिबा की सेहत तेजी से सुधरने लगी। पूर्ण स्वस्थ होने पर उसे एक अन्य पशुपालक को गोद दिया गया। अपने नए परिवार में साहिबा स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रही है। बेड़वास में मिली थी बीमार हालात में

एनिमल प्रोटेक्शन सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ माला मट्ठा ने बताया कि 12 मार्च 2024 की शाम को एक फोन कॉल से सूचना मिली। कॉलर ने बताया कि साहिबा ऊंटनी का मालिक ने उसे बीमार अवस्था में डांगियो की पचोलिओ होली चौक, बेड़वास में लावारिस बीमार छोड़ रखा है। साहिबा 15 दिन से भी ज्यादा समय से वहां बैठी हुई थी। बराबर देखभाल और खाना न मिलने की वजह से खड़ी नहीं हो पा रही थी। इस पर 13 मार्च को एनिमल प्रोटेक्शन सोसाइटी से डॉ माला मट्ठा, राजसिंह भाटी और अविचल गांधी ने ट्रक और क्रेन की मदद से साहिबा को रेस्क्यू किया और बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय चेतक उदयपुर में भर्ती करवाया।

दवा और प्यार पाकर स्वस्थ हुई साहिबा

बहुउद्देशीय पशु चिकितसालय में डॉ सुरेश जैन ने साहिबा की खून की जांचे करवाई और 14 मार्च से उसका इलाज डॉ जैन की देखरेख में शुरू हुआ। चिकित्सालय के सभी कर्मचारियों ने साहिबा का बहुत अच्छे से ख्याल रखा। नरेश गायरी, राकेश रेगर, नरसिंह, सोनू सरदार, लकी, बाबूलाल, नगीना, महेंद्र, जयसिंह सरदार, योगेश, कैलाश वैष्णव और तुषार ने अस्पताल परिसर में 13 मार्च से 21 मार्च तक रोज साहिबा का बहुत अच्छे से ख्याल रखा और समय पर उसका इलाज और दवाईया की। दूसरी तरफ एनिमल प्रोटेक्शन सोसायटी के अविचल गांधी, राजसिंह भाटी, डॉ माला मट्ठा, किरण भावसार ने उसके लिए खानपान की व्यवस्था की। 19 मार्च को एनिमल प्रोटेक्शन सोसायटी ने इलाज के बाद अस्पताल परिसर में क्रेन बुलवाकर साहिबा को क्रेन की मदद से खड़ा किया। 6 दिन के इलाज और खानपान की वजह से साहिबा अपने पैरो पर खड़ी हो गई और चलने लगी। 2 दिन साहिबा को पशु चिकत्सकों की देखरेख में रखा और गुरूवार को साहिबा को भीलो का बैदला निवासी भगवतीलाल को गोद दे दिया है। सोसायटी ने क्रेन और ट्रक की व्यवस्था कर उसे अपने नए घर पहुंचाया।

बेजुबानों की करें मदद

सोसायटी अध्यक्ष डॉ मठ्ठा ने कहा कि नामुमकिन कुछ भी नहीं सिर्फ सेवा का भाव और मन में अच्छे विचार होने चाहिए। हम सभी खुद से वादा करें कि हमेशा बेजुबानो की मदद करेंगे। इस काम में किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए 9468957783 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।

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