गीत संगीत के साथ ऋतुराज बसंत का स्वागत सरस्वती पूजन एवं शास्त्रीय संध्या के साथ बसंत उत्सव

 गीत संगीत के साथ ऋतुराज बसंत का स्वागत

सरस्वती पूजन एवं शास्त्रीय संध्या के साथ बसंत उत्सव


उदयपुर संवाददाता विवेक अग्रवाल

उदयपुर (जनतंत्र की आवाज) 14 फरवरी। बुधवार का दिन लेक सिटी उदयपुर में बसंत उत्सव के नाम रहा। शहर भर के विभिन्न विद्यालयों, संस्थाओं, संगीत विद्यालयों और महाविद्यालय में बसंत पंचमी का पर्व ऋतुराज बसंत का स्वागत कर मनाया गया। अनेक स्थानों पर शास्त्रीय संगीत संध्या हुई तो कहीं पारंपरिक बसंत उत्सव का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ। शहर के कई प्रमुख मंदिरों में भगवान को पीले वस्त्र धारण कराए गए। बसंत पंचमी का महत्व बताया गया।



पुलवामा हमले की पांचवी बरसी पर आज डॉ अनुष्का ग्रुप के सेक्टर 3 स्थित परिसर में हमले मैं शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के सम्मान में सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों ने दो मिनट का मौन धारण कर सच्ची श्रद्धांजलि दी एवं देश के प्रति अपने कर्तव्यों के निर्वहन एवं आपसी सहिष्णुता बनाये रखने की शपथ दिलाई । इस अवसर पर डॉ अनुष्का ग्रुप के सचिव राजीव जी सुराणा द्वारा विद्यार्थियों को बताया गया कि हमले के पांच साल बीत चुके है। उन्हें आज के युवा की ओर से सच्ची श्रद्धांजलि तभी मिलेगी जब देश का युवा भ्रष्टाचार को समाप्त करने का प्रण ले सरकारी ओहदे पर बैठेगा। तभी समाज एवं देश का सर्वांगीण विकास होगा एवं देश तरक्की उन्नति करेगा एवं भविष्य ऐसी घटनाएं दोहराई नहीं जाएगी ।


आज के दिन बसंत पंचमी के पावन अवसर पर संस्थान की अध्यक्ष श्रीमती कमला जी सुराणा ने माँ सरस्वती जी की पूजा अर्चना की एवं सभी विद्यार्थियों एवं संस्थान के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए माँ सरस्वती जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।

 


संस्थान संस्थापक डॉ एस एस सुराणा सर ने बसंत पंचमी पर्व की महत्वता बताते हुए बताया कि इस दिन ज्ञान एवं संगीत की देवी मां सरस्वती जी का जन्म हुआ, साथ ही साथ शीत ऋतु की समाप्ति के साथ ऋतुओं के राजा बसंत ऋतु का आगमन होता है।


इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों के साथ साथ संस्थान से डॉ रंजना सुराणा, भूपेश परमार, राहुल लोढ़ा, प्रणय जैन, जितेंद्र मेनारिया, ध्रुव टांक, विपिन सरोहा, रविंद्र सैनी, प्रवीण सुथार, मीनल शर्मा, प्रेम पटेल, गिरजा सालवी, विनीता माली सभी मोजूद रहे।

विद्या भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल मैं ऋतुराज बसंत का स्वागत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने प्रकृति से जुड़े अनेक तथ्यों को लेकर नृत्य नाटक और संगीत की सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। विद्यालय के प्रधानाचार्य पुष्पराज सिंह राणावत ने बताया कि इस अवसर पर विद्या भवन बंधु संघ के पुष्पा शर्मा अनुराग प्रियदर्शी अध्यक्ष जितेंद्र कुमार तायलिया उपस्थित थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन हिंदी व्याख्याता नारायण लाल आमेटा ने किया।


जीवन रतन मॉर्डन स्कूल में मनाई बसन्त पंचमी

एकलिंगपुरा स्थित जीवन रतन मॉर्डन स्कूल में बसन्त पंचमी हषोल्लास से मनाई गई। इस अवसर पर आज विद्यालय का ड्रेस कोड पीले रंग का रखा गया। बच्चों और अध्यापकों की पीली वेषभूषा ने समस्त स्कूल को बसन्ती वातावरण में बदल दिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्या की देवी माँ सरस्वती के पूजन से प्रारम्भ हुआ। विद्यालय के प्राचार्य प्रदीप नाथानी ने अपने उद्बोधन में बच्चों को बसन्त पंचमी के महत्व के बारे में बच्चों को बताया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न गतिविधियां भी प्रस्तुत की गई जिनमें कविता और गीत प्रमुख थे।  


 जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के संघटक लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय एवं डबोक यूनिट की ओर से बुधवार को बसंत पंचती के पावन पर्व पर डबोक परिसर में स्थित मॉ सरस्वती मंदिर में ज्ञान की देवी सरस्वती की कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने पंडित डॉ. तिलकेश आमेटा के द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना कर विद्या का वरदान मांगा। विद्यापीठ के डबोक परिसर में संस्थापक पं. नागर ने करीब 65 वर्ष पूर्व सरस्वती मंदिर का निर्माण करवाया था। इस अवसर पर प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि राग, रंग और उत्सव का पर्व है बसंत पंचमी, आज से ठीक 40 दिनों बाद रंगो पर्व होली का त्यौहार मनाया जायेगा

 युगधारा संस्था के चौंतीसवें स्थापना दिवस एवं बसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता गौरीशंकर गर्ग ने की। मुख्य अतिथि विजयलक्ष्मी देथा एवं विशिष्ट अतिथि भावना शर्मा थीं। ईश वंदना के बाद श्याम मठपाल, शंकर लाल शर्मा,मयूरा मेहता, विजयलक्ष्मी देथा,सोमशेखर व्यास, भावना शर्मा,मीनाक्षी पंवार,कमल सुहालका,डा.ज्योतिपुंज,अशोक मंथन, हेमलता पालीवाल, प्रमोद सनाढ्य,आभा मेहता,भवानी शंकर गौड़, इंदिरा शर्मा,डा.निर्मल गर्ग,छत्र छाजेड़,डा.राजकुमार राज,स्वाति शकुंत,प्रकाश तातेड़,मधु मनमौजी, शकुंतला पालीवाल,खुश्बू राठौड़ प्रमिला शरद व्यास,पूनम भू,गौरीशंकर गर्ग,डा. सिम्मी सिंह,नलिनी पुरोहित,कंचन राठौड़ मंगल जैन, घनश्याम सिंह किनीया,पुरुषोत्तम शाकद्वीपी,दीपा पंत शीतल,विजय कुमार नाकाम,लोकेश चौबीसा,अश्विनी कुमार,रामदयाल मेहरा,डा.शीतल श्रीमाली,चंद्रेश खत्री, तरुण कुमार दाधीच,डा.विजयलक्ष्मी नानावती,कुमुद पोरवाल,दक्षेस पानेरी,शकुन,ने अपनी रचनाओं से मन मोहा। संचालन महासचिव तरुण कुमार दाधीच ने किया।




 आर्य समाज हिरण मगरी में बंसत पंचमी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।

डा.अमृत लाल तापडिया ने बसंत पंचमी पर्व की महत्ता पर प्रकाश डाला। कृष्ण कुमार सोनी, रामदयाल, उगन्ता यादव, राधा त्रिवेदी आदि ने गीत भजन प्रस्तुत किये। इससे पूर्व बसंत पंचमी पर्व का विशेष यज्ञ हुआ।

श्रीमती नूतन चौहान, अम्बालाल सनाढ्य, भंवर लाल आर्य, चन्द्र कला आर्य आदि यजमानों ने आहूतियां दी। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती ललिता मेहरा ने किया।


 पंडित जगन्नाथ प्रसाद स्मृति मंच एवं संगीत नाट्य निकेतन के संयुक्त तत्वावधान में बसंत संध्या का रंगारंग उत्सव भूपालपुरा स्थित संगीत सभागार में मनाया । पंडित नरेंद्र कुमार ब्यावत ने बताया कि इस बसंत संध्या में सरस्वती वंदना बांसुरी वादन कथक नृत्य के आयोजन हुए । हारमोनियम एवं गायन संगत संगत प्रसिद्ध जाने-माने शास्त्रीय संगीत विशेषज्ञ महेंद्र कुमार ब्यावत, तबला संगत नीरज वर्मा बांसुरी संगत उमेश चंद्रपुरोहित ने की। तितिक्षा आर्य ने कथक में तोड़े प्रस्तुत किये। इस अवसर पर प्रख्यात तबला वादक मुख्य अतिथि ओम कुमावत तबला वादक अखिलेश शर्मा संगीतज्ञ डॉक्टर सीमा राठौर संस्थान के छात्र-छात्राएं हैं और अभिभावक उपस्थित थे। प्रारंभ सरस्वती वंदना से हुआ जिसे कत्थक की छात्राओं श्रीमती ज्योति जैन, सुश्री धरा ब्यावत, सुश्री चित्रांगदा वैरागी, सुश्री छवि ओदिच्य, सुश्री यवि आचार्य ने प्रस्तुत किया।


लोकजन सेवा संस्थान ने आज माघ शुक्ल पंचमी (बसंत पंचमी ) के उपलक्ष में बसंतोत्सव मनाते हुए माता सरस्वती की पूजा अर्चना की । संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर विमल शर्मा ने बताया कि सभी सदस्यों ने विद्या व बुद्धि की देवी की पूजा अर्चना करते हुए भारत विश्वगुरु के रुप मे पुनः स्थापित हो ऐसा वरदान मांगा। इस अवसर पर सूक्ष्म कलाकृति रिकार्ड होल्डर चंद्र प्रकाश चित्तौड़ा ने माता सरस्वती की आकृति मे 2 x 2 इंच की 20 पृष्ठ की पुस्तिका बना माता सरस्वती की वंदना की। इस पुस्तक मे सरस्वती मंत्र व पूजा अर्चना विधि व उनका महात्मय प्रिंटेड है । कार्यक्रम में संस्था महासचिव. जय किशन चौबे, उपाध्यक्ष इंद्रसिंह राणावत, कोषाध्यक्ष गणेश लाल नागदा, नरेंद्र उपाध्याय , गिलरोय आदि उपस्थित रहे।

नारायण सेवा संस्थान में प्रकृति प्रेम, नव चेतना का पावन पर्व 'बसंत पंचमी' हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल ने नारायण चिल्ड्रन एकेडमी और गुरुकुल के बच्चों के संग ज्ञान-बुद्धि और विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा की और उनसे सद्बुद्धि- ज्ञान प्राप्ति की प्रार्थना की। इस मौके पर बच्चों ने भजन गाकर और नृत्य करके अपनी कला का प्रदर्शन किया। दिव्यांग बच्चे और गुरुजन सहित बच्चों के परिजन भी मौजूद रहे। 



भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की इकाई भूपाल नोबल्स कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिन्दी विभाग और विधि विभाग द्वारा सरस्वती पूजन, बसंत पंचमी और निराला जयंती मनाई गई। महाविद्यालय अधिष्ठाता डाॅ शिल्पा राठौड़ व अतिथियों द्वारा मां सरस्वती व निराला जी छवि पर पुष्प अर्पित कर स्मरण किया गया। संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा स्वरों के माध्यम सरस्वती की स्तुति की गई। इस अवसर पर संबोधित करते हुए अधिष्ठाता डाॅ. शिल्पा राठौड़ ने कहा कि आज का दिन ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती से वरदान मांगने का दिन है। सरस्वती की पूजा कर उससे ज्ञान का आह्वान करने का दिवस है। आज वसंत पंचमी भी है, यह भारतीय जीवन के लिए उल्लास का पर्व है। महाप्राण निराला जी की जयंती भी आज ही है। यह अद्भुत संयोग का दिन है। उन्होंने कहा कि निराला जी का संघर्षमय जीवन हमें जीवन में कभी भी न हारने का संदेश देता है। निराला का जीवन सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। इस अवसर पर हिन्दी विभाग के डाॅ. हुसैनी बोहरा ने निराला के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला तथा विभाग की सहायक आचार्य डाॅ कीर्ति चूण्डावत ने निराला की राम की शक्ति पूजा कविता पर विस्तृत रूप में प्रकाश डालते हुए कहा कि निराला की यह कविता निराशा के क्षणों में आशा का संचार करती है। इस अवसर पर डीन, पी जी स्टडीज डाॅ. प्रेमसिंह रावलोत, डाॅ. देवेन्द्र सिंह सिसोदिया, डाॅ. चन्द्ररेखा शर्मा, डाॅ परेश द्विवेदी, डाॅ मनोज कुमार शर्मा, डाॅ. अनिल कुमार मेनारिया, डाॅ. कंचन राठौड़, डाॅ. नीमा चूण्डावत, डाॅ. रेखा मेनारिया सहित संकाय सदस्य और विद्यार्थिगण उपस्थित थे। 


महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल द्वारा बसंतोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

कार्यक्रम का आरंभ विद्यालय के प्राचार्य श्री मयंक त्रिवेदी द्वारा शब्द की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती का पूजन कर किया गया। तत्पश्चात अध्यापकों और शिक्षकों द्वारा सरस्वती वंदना की गई।

इस अवसर पर एकल नृत्य, समूह नृत्य, समूह गीत, कविता, आर्केस्ट्रा की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई।

प्राचार्य श्री मयंक त्रिवेदी ने सभी को बसंत पंचमी की शुभकामनाएँ देते हुए ज्ञान की देवी सरस्वती की आराधना के महत्त्व और परंपरा को बताया। उन्होंने शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि सफल भविष्य की कुंजी शिक्षा ही है।

कार्यक्रम के अंत में अध्यापक बकुल त्रिवेदी ने आभार व्यक्त किया।

आज बसंत पंचमी के पावन अवसर पर

एबीआरएसएम राजस्थान, (उच्च शिक्षा), राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर इकाई द्वारा महाविद्यालय परिसर स्थित सरस्वती वाटिका को संवर्द्धन एवं रखरखाव हेतु गोद लिया गया।

इस अवसर पर प्राचार्या एवं इकाई अध्यक्ष प्रो अंजना गौतम , इकाई उपाध्यक्ष प्रो विनीता कोठारी, सचिव डॉ राम सिंह भाटी द्वारा मां सरस्वती के पूजन माल्यार्पण से कार्यक्रम का आरम्भ हुआ।संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना किया गया।

प्राचार्या प्रो अंजना गौतम ने संगठन के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम हाथ मे लेने से समाज मे सकारात्मक संदेश जाता है।

इस अवसर पर प्रदेश संयुक्त सचिव प्रो अशोक सोनी ने संगठन के सामाजिक, पर्यावरणीय एवं जीव दया के प्रकल्पों की जानकारी देते हुए बताया कि आगामी वर्षों में इस वाटिका को भी इसी योजना से विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम में संगठन के विभाग सह संयोजक डॉ सुदर्शन सिंह राठौड़, जिला अध्यक्ष डॉ मुकेश व्यास , जिला सचिव डॉ भवशेखर सहित सभी 110 सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम के अन्य में इकाई सचिव डॉ राम सिंह भाटी द्वारा धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया गया।

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