संयुक्त निदेशक,पशु पालन विभाग करौली अभी भी भृष्टों और शराबियों से मुक्त नहीं--

 संयुक्त निदेशक,पशु पालन विभाग करौली अभी भी भृष्टों और शराबियों से मुक्त नहीं--


कैलाश चंद्र कौशिक

जयपुर! राजस्थान सरकार अभी भी निष्क्रिय क्यों...?? कोई भी अधिकारी अभी तक संज्ञान नहीं लेकर पेंडिंग कर चलता बन रहा है, आखिर उत्तरदायी कौन है ? क्या शासन सचिव और विभाग के निदेशक लाचार तो नहीं हो सकते? कार्य करना ही नहीं चाहते हैं ? यह कैलाश चंद्र कौशिक एल.एस.ए. पशु उप केंद्र,खेड़ा- जमालपुर, करौली का पूर्व में रिकॉर्ड पशु धन विकास (LSD)करौली में रहा था! यह सेवा निवृत्त सहायक प्रशासनिक अधिकारी हरिचरण सैनी ने अवगत कराया! 

सभी उप केंद्रों के पशु पालन का रिकॉर्ड पशु धन विकास में अशोक सैन क्लर्क के चार्ज में था! 

वह चार्ज उनकी अल्मारिओं में था, जो किसी को अर्थात हरि चरण सैनी को चार्ज में नहीं दिया गया बताया ?? 

अशोक सैन अत्यधिक शाराब पीने से, लीवर खराब होने पर मर गया...! उसने किसी को चार्ज नहीं दिया! कभी कभी पत्राचार हेतु मुझे सैनी को सहायक निदेशक पशु धन विकास पत्राचार आदि कार्य के लिए बुला लिया करते थे, इसी लिए मुझे पता है ? 

मैं प्रोमोशन पर सवाई माधोपुर चला गया था... परंतु यह अब रिकॉर्ड संयुक्त निदेशक पशु पालन करौली के पास है... 

यह हो सकता है -- सर्विस बुक📕 करौली अथवा जयपुर निदेशालय पशु पालन विभाग जाँच शाखा में ही होगी ? करौली में संस्थापन कपिल मीना कभी फोन पर भी जबाब नहीं देता है, कंही कार्यालय से गायब तो नहीं है और संयुक्त निदेशक संबंधित अधिकारी कर्मचारी देखें और जयपुर पत्र लिखें...?? निदेशालय में अभी भी निकम्मे कर्मिओं का वर्चस्व है, फर्जी नोट बिना समझे जबाब बनाकर पेश कर जिम्मेदारी से मुक्ति सरलता से पा लेते हैं?? कार्य पूर्ण और संतोष जनक कभी करते ही नहीं हैं?? मंत्री महोदय पशु पालन कार्य वाही कर रिकॉर्ड उपलब्ध करायें?? कर्मचारी का 

सरकारी सेवा की सर्विस बुक और रिकॉर्ड कंहा इधर उधर किया गया है? इसके लिए विभाग उत्तर दायी है!

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