दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न
उदयपुर । भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की संगठक इकाई भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भौतिकी विभाग द्वारा 'रिसेंट ट्रेड एंड डेवलपमेंट इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी ' विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में किया गया। इस उच्च स्तरीय शैक्षिक ज्वलंत एवं वैश्विक विषय पर आधारित संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉ. संजीव तिवारी, लॉकहीड मार्टिन सोलर एंड एस्ट्रोफिजिक्स लैबोरेट्री एंड बे एरिया एनवायरमेंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट केलिफोर्निया, यूएसए ने 'मैग्नेटिक फील्ड ऑफ सन' विषय पर बोलते हुए बताया कि चुंबकीय क्षेत्र उन चीजों द्वारा निर्मित होते हैं जो चुंबकीय होती है या गतिमान आवेशित कण। जैसे-जैसे सूर्य घूमता है सूर्य की चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं समय के साथ उलझती जाती है। यह उलझे हुए चुंबकीय क्षेत्र सन स्पॉट और सौर गतिविधि जैसे सौर फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई ) को जन्म देते हैं। डॉ सोनालिका अग्रवाल, रिसर्च साइंटिस्ट, ग्रेजुएट स्कूल ऑफ़ एडवांस्ड साइंस एंड इंजीनियरिंग, हिरोशिमा यूनिवर्सिटी, जापान ने 'मेटल ऑक्साइड नैनो स्ट्रक्चर' के उपयोग को सभी के सामने प्रस्तुत करते हुए बताया कि फोवोकिल्ट प्रभाव, सौर ईंधन, प्रकाश उत्सर्जक, नैनो डिवाइस, लेजर तकनीक आदि का संभावित अनुप्रयोग चिकित्सा, कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यावरण,ऊर्जा आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। संगोष्ठी अध्यक्ष डॉ. रेणू राठौड़ एवं संगोष्ठी आयोजन सचिव डॉ. देवेंद्र पारीक ने विभिन्न सत्रों में आयोजित कार्यक्रम को विस्तृत रूप से बताते हुए कहा कि डॉ. जयंत जोशी, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ एस्ट्रोफिजिक्स, बैंगलोर ने 'नेशनल लार्ज सोलर टेलीस्कोप' पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि इसे सौर चुंबकीय क्षेत्र की उत्पत्ति और गतिशीलता से संबंधित प्रमुख वैज्ञानिक मुद्दों की एक श्रृंखला को संबोधित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
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