चिकित्सा मंत्री ने की आरजीएचएस की समीक्षा कर योजना में सुधार और बदलाव हो, गड़बड़ी पर सख्त एक्शन --
चिकित्सा मंत्री ने की आरजीएचएस की समीक्षा कर योजना में सुधार और बदलाव हो, गड़बड़ी पर सख्त एक्शन --
कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर!19 जून, 2025 को आरजीएचएस में विभिन्न बदलाव करते हुए इसे और बेहतर बनाया जाएगा, ताकि रोगियों को सुगमता से गुणवत्तापूर्ण उपचार मिले और अनियमितता की कोई गुंजाइश नहीं रहे। योजना को तकनीकी रूप से मजबूत बनाया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने गुरूवार को स्वास्थ्य भवन में राजस्थान गवर्नमेंट हैल्थ स्कीम की समीक्षा करते हुए इस संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को सुगमतापूर्वक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए योजना को पेशेंट फ्रेंडली बनाया जाए। ऐसा सिस्टम विकसित करें जिससे किसी भी स्तर पर गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं रहे। इसके बाद भी किसी स्तर पर कोई अनियमितता पाई जाएगी तो विभाग सख्त एक्शन लेगा। लोगों की जीवन रक्षा से जुड़ी ऐसी महत्वपूर्ण योजनाओं में किसी भी तरह की कोताही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
श्री खींवसर ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन को बेहतर बनाने, अस्पतालों तथा फार्मेसी स्टोर के एम्पेनलमेंट, क्लेम प्रक्रिया को पारदर्शी एवं सुगम बनाने के लिए प्रभावी योजना के साथ काम किया जाए। राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी के माध्यम से संचालित मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना की बेस्ट प्रैक्टिसेज को आरजीएचएस में भी शामिल किया जा सकता है। योजना में अस्पतालों और दवा दुकानों का एम्पेनलमेंट, रोगियों का ओपीडी एवं आईपीडी में रजिस्ट्रेशन, टीआईडी जनरेशन, उपचार की एप्रूवल सहित सभी प्रक्रियाओं को पहले से बेहतर बनाएं।
ग्रिवेन्स रिडरेसल सिस्टम होगा विकसित—
बैठक में बताया गया कि योजना के सुचारू संचालन के लिए एक ग्रिवेन्स रिडरेसल सिस्टम विकसित किया जाएगा। साथ ही, पोर्टल पर भी फीडबैक का ऑप्शन उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे योजना के क्रियान्वयन या इसका लाभ लेने में आ रही समस्याओं का तत्काल निस्तारण किया जा सकेगा और लाभार्थियों से जरूरी फीडबैक भी मिल सकेगा।
राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती प्रियंका गोस्वामी ने योजना के विभिन्न पक्षों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रयास है कि फुल प्रूफ सिस्टम विकसित हो, जिससे किसी भी स्तर पर कोई भी अनियमितता नहीं हो। योजना में तकनीकी स्तर पर भी आवश्यक सुधार किए जाएंगे।
परियोजना निदेशक श्रीमती शिप्रा विक्रम ने आरजीएचएस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में आरजीएचएस योजना से जुड़े अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।वरिष्ठ पत्रकार कैलाश चंद्र कौशिक ने प्राय:सभी ग्रामीण और शहरी चिकित्सालयों में कोई मरीज भी नहीं हैं एवं स्टाफ भी अक्सर गायब देखा गया है?
सरकारी निर्णय सोच समझ कर नहीं किया गया है! सवाई मान सिंह हॉस्पिटल, जयपुर में भी पत्रकारों की कोई सुध लेने वाले जिम्मेदार गायब पाए गए? मेडिकल माफिया और घटिया दवाई कंपनी बना रही है!
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