नीमकाथाना नगर परिषद द्वारा लगभग 20 लाख रुपए व्यय में संरक्षण के अभाव में समाप्त**
*नीमकाथाना नगर परिषद द्वारा लगभग 20 लाख रुपए व्यय में संरक्षण के अभाव में समाप्त**
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नीमकाथाना नगर परिषद कार्यालय द्वारा तत्कालीन युवा महोदय हुए नगर पालिका अध्यक्ष महोदय के आदेश अनुसार वह पीडब्ल्यूडी नीम का थाना विभाग की भी भूमिका रही।
नगर पालिका नीमकाथाना में बीते लगभग 8 वर्षों पूर्व मुख्य सड़क की चौड़ाइकरण व एसकेपी महाविद्यालय के सामने वर्षों से जल भराव समस्या का होना आदि। समस्या को मत दे नजर रखते हुए नीम का थाना नगर पालिका पीडब्ल्यूडी विभाग नीमकाथाना ने संयुक्त योजना अनुसार मुख्य सड़क के आड़े आ रहे हर विशाल छायादार पेड़ पीपल शीशम बरगद वह अन्य कई घने छायादार वृक्ष जिनकी आयु लगभग 150 200 वर्ष रही होगी उन्हें बेरहमी से विकास के नाम पर बलि चढ़ा दिए गए थे।
लेकिन विकास तो हो गया इसके पीछे मुख्य विशेषता यह रही की इस सड़क की चौड़ाइकरण के मध्य अड आ रहे गाने प्राचीन पेड़ों की संख्या लगभग 70 80 थी उक्त काटे गए पेड़ों को काटे गए स्थान से जेसीबी की सहायता से अनंत दूसरे स्थान सड़क के दोनों और अपने गहरा खड्डा खोदकर लगाने का कार्य वह उनका संरक्षण का ठेका नगर पालिका के द्वारा निकल गया जो की लाखों रुपए का था उसमें जिस संवेदक की न्यूनतम दरें आई उसे कार्यदेश दिया गया उसके पश्चात उसने अपना जी अनुसूचित के अनुसार कार्य किया और अपना पेमेंट उठा चुका है।
नीमकाथाना के संबंधित प्रशासन का यह यह कार्य करने का उद्देश्य यह था कि यह 150 200 वर्षों पुराने पेड़ जो की चांगिनी किए हुए थे यह सभी वापस हर हो जाएंगे लेकिन हुआ थी किसके विपरीत इनमें से एक भी पेड़ वृक्ष वापस जीवित नहीं हुआ क्योंकि लगा तो दिए थे लेकिन इनके संपूर्ण संरक्षण के अभाव में सुख डंठल के रूप में परिवर्तित हो गए।
विडंबना यह रही की राज्य सरकार के उपरोक्त कार्य हेतु लाखों रुपए व्यर्थ क्यों लगाए गए और यह डेंटल पेड़ जिस किसी के आगे है वे ही लोग आसानी से लेकर चले जाएंगे इस प्रकार इनका नियमन हो जाएगा जबकि यदि इन पेड़ों के संरक्षण के लिए एसएनकेपी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान के प्राचार्य महोदय से सलाह लेकर संपूर्ण संरक्षण किया जाता, तो वर्तमान में जो यह स्थिति हो रही है, वह नहीं होती।।।।।।।।
इलेक्ट्रिक न्यूज़ रिपोर्टर ,शिंभू
सिंह शेखावत सीकर नीमकाथाना
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