जयपुर जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक कांति चंद्र रोड बनी पार्क जयपुर के डॉक्टर आकाश शर्मा द्वारा होम्योपैथिक पद्धति से इलाज कर तीन मरीजों को नया जीवन दान दिया
जयपुर जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक कांति चंद्र रोड बनी पार्क जयपुर के डॉक्टर आकाश शर्मा द्वारा होम्योपैथिक पद्धति से इलाज कर तीन मरीजों को नया जीवन दान दिया है
जयपुर जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक कांति चंद्र रोड बनी पार्क जयपुर के डॉक्टर आकाश शर्मा द्वारा होम्योपैथिक पद्धति से इलाज कर तीन मरीजों को नया जीवन दान दिया है जानकारी के अनुसार दिव्यांश शर्मा उम्र 4 वर्ष जयपुर का रहने वाला है जो बचपन से ही दिखता नहीं था पैदा हुआ तब से ही उसकी एक आंख से दिखता नहीं था तथा एक आंख पूरी तरह विकसित हुई नहीं थी दिव्यांश शर्मा के माता-पिता ने अपनी हर संभव कोशिश की बहुत सारे डॉक्टरों को दिखाया पर उनको कोई उम्मीद नहीं मिली उनके माता-पिता को बोला गया कि आप आप इसका दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवा लो यह कभी सही नहीं हो सकता पर जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक तथा डॉक्टर आकाश शर्मा ने उनको एक नई उम्मीद और नई जिंदगी दी दिव्यांश जुलाई 2023 में जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक पर आया था और 6 महीने में ही उसे सब देखने लग गया तथा जो आंख विकसित नहीं थी वह भी विकसित हो गई आज दिव्यांग अपने सब काम करने लग गया है गेम्स खेलने लग गया है साइकिल चलाने लग गया है और स्कूल भी जाने लग गया है जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक ने दिव्यांश को नया उसका बचपन लौटा दिया है इसी तरह दूसरा मरीज नीरा उम्र तीन वर्ष इंदौर की रहने वाली बच्ची है जिसका बचपन बहुत ही परेशानियों से गुजर रहा था जो जब से पैदा हुई थी तब से 3 साल की उम्र तक उसने अपना पूरा समय अपनी मां की गोद में निकला है क्योंकि उसको एक बीमारी थी जिसमें उसके पूरे शरीर में सिर से लेकर पैर तक दाने-दाने एवं खुजली थी खुजली करके पूरी स्किन निकल जाती थी खून के साथ एवं कट लग जाते थे इसको मेडिकल की भाषा में सोरायसिस बोलते हैं जो कि नीरा को बहुत गंभीर रूप से था एवं बाल भी नहीं थे सर पर और शरीर में बहुत वेदना थी जिसकी वजह से पूरी रात सो नहीं पाती थी फिर 3 जुलाई 2024 को नीरा की मां इसको जय श्री होम्योपैथिक क्लीनिक पर लेकर आई और सिर्फ एक महीने के इलाज के बाद उसके स्वभाव में बहुत परिवर्तन आया वह 3 साल बाद रात को सो पाई खुलकर हंसी और कुछ महीनो में ही नीरा के बाल आए सिर पर , उसने डांस किया , गाना गाने लगी , तैयार होने लगी अपने आप को आईने में देखने लगी जो की डरती थी अपने आप को आईने में देखने से डॉक्टर आकाश शर्मा ने नीरा को उसके बचपन से मिलवा दिया और उसे एक नई जिंदगी दे दी इसी प्रकार तीसरा मरीज दीपक अग्रवाल उम्र 62 साल लोअर परेल मुंबई के रहने वाले हैं दिनांक 13 फरवरी 2022 को जय श्री होम्योपैथिक क्लीनिक पर आए थे उन्होंने बताया उनका 2024 से दाएं आंख से दिखाना बंद हो गया था एवं धीरे-धीरे बाई आंख से भी दिखाना पूरी तरह बंद हो गया मतलब इनका विज़न बिलकुल जीरो हो गया था तथा मरीज को डाइअबीटीज़ तथा गलूकोमा की भी शिकायत थी एवं न्यूरोपैथिक भी शुरू हो गई थी डॉक्टर ने मना कर दिया था कि इनका विजन वापस नहीं आ सकता जिससे मरीज़ बिल्कुल हताश हो गया था और उनको रोजमर्रा की जिंदगी में भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था परंतु डॉक्टर आकाश शर्मा द्वारा किए गए होम्योपैथिक इलाज द्वारा मात्र 3 महीने में मरीज का विजन 6.4 हो गया मरीज़ पूरी तरह से देखने लग गया पढ़ना लिखना अपना सारा काम खुद करना सब शुरू कर दिया और आज 3 साल हो गए मरीज को विजन से संबंधित कोई भी परेशानी नहीं है तथा एक कुशल जिंदगी जी रहे हैं जिसके लिए बहुत डॉक्टर आकाश शर्मा का बहुत आभार मानते हैं तथा बहुत दुआएं देते हैं इसी तरह इस पूर्वी कई बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को डॉक्टर आकाश शर्मा जय श्री होम्योपैथिक क्लिनिक द्वारा इलाज कर सही किया गया है जिसका चर्चा बाजारों में जोरों से है की होम्योपैथिक से भी इलाज संभव है इससे पूर्व भी डॉक्टर आकाश शर्मा ने होम्योपैथिक पद्धति से कैंसर आदि बीमारियों के मरीजों को भी सही किया गया है
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