राजस्थान दिवस पर सिटी पैलेस में हुआ व्याख्यान

 राजस्थान दिवस पर सिटी पैलेस में हुआ व्याख्यान



उदयपुर। राजस्थान दिवस के अवसर पर महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर और इंटेक उदयपुर चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में सिटी पैलेस स्थित फाउण्डेशन के सभागार में "इंटरएक्टिव सेमिनार का आयोजन रखा गया।


इंटेक उदयपुर चैप्टर के संयोजक डॉ. ललित पाण्डेय ने उपस्थित श्रोताओं का स्वागत करते हुए वक्ता डॉ. मनीष श्रीमाली और स्वाति जैन का परिचय प्रस्तुत किया और साथ ही राजस्थान के एकीकरण की कुछ खास घटनाओं पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए मेवाड़ के महाराणा भूपाल सिंह जी के योगदान एवं उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला।


डॉ. मनीष श्रीमाली ने स्वतंत्र भारत अखण्ड भारत के स्वर्णिम सपने के स्थान पर विभाजित भारत के इतिहास और उस दौर में किस प्रकार, विभाजन के दंश को आमजन को भुगतना पड़ा से लेकर घटित कई विभत्स घटनाओं और 16 अगस्त 1946 के काले दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किये साथ ही उन्होंने स्वतंत्र भारत में विलय को लेकर महाराणा भूपाल सिंह जी के सफल नेतृत्व पर प्रकाश डाला।


महाराणा मेवाड़ अनुसंधान केन्द्र की शोध अधिकारी सुश्री स्वाति जैन ने वर्ष 1930 से लेकर 1955 तक के अप्रकाशित ऐसे अभिलेखीय दस्तावेजों के आधार पर नवीन जानकारियां रखते हुए स्वतंत्र भारत में मेवाड़ के महत्वपूर्ण योगदान पर चर्चा की और साथ ही बताया कि किस प्रकार मेवाड़ के महाराणा भूपाल सिंह जी राजपूताना ही नहीं वरन् मालवा वर्तमान गुजरात आदि के शासकों से लगातार सम्पर्क में रहे, बैठकें करते रहे और सभी को स्वतंत्र भारत में अपने अपने राज्यों के विलय पर अपना मत प्रस्तुत करते रहे। इसी का कारण रहा कि वर्ष 1945 से लेकर 1955 तक स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने स्वयं मेवाड़ आकर लगभग 6 से 7 बार महाराणा के साथ महत्वपूर्ण बैठकें की।


फाउण्डेशन की ओर से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने पधारें हुए अतिथियों का स्वागत आभार के साथ धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रो. विनोद अग्रवाल, प्रो. महिप भटनागर, सतीश श्रीमाली, एम एल नागदा, डॉ सुनील वशिष्ठ, डॉ दीपेन्द्र चौहान, डॉ राशि माथुर, अर्जुन पंचोली, गौरव सिंघवी आदि व्याख्यान में सम्मिलित हुए ।

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