61 वां महाराणा कुंभा संगीत समारोह 15 मार्च से तीन दिवसीय कुंभा समारोह में शिरकत करेंगी कई बड़ी हस्तियां
61 वां महाराणा कुंभा संगीत समारोह 15 मार्च से
तीन दिवसीय कुंभा समारोह में शिरकत करेंगी कई बड़ी हस्तियां
उदयपुर, 5 मार्च। उदयपुर शहर के शास्त्रीय संगीत एवं संगीत के श्रोताओं को संसार के प्रख्यात संगीत कलाकारों से रूबरू कराने के लिए प्रसिद्ध संस्था महाराणा कुंभा संगीत परिषद की ओर से 61 वां महाराणा कुंभा संगीत समारोह का आयोजन 15 ,16 और 17 मार्च को भारतीय लोक कला मंडल के रंगमंच पर किया जाएगा।
संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष सुशील दशोरा और संस्था के सचिव मनोज मोर्डिया ने बताया कि 15 से 17 मार्च तक होने वाले कार्यक्रम में 15 को मुंबई की विदुषी अश्विनी भिड़े, जो कि खयाल गायन शैली की प्रमुख गायिका मानी जाती हैं, वो अपना खयाल गायन पेश करेंगी। इसके पश्चात चेन्नई के विश्वप्रसिद्ध वीणा वादक पंडित राजेश वैद्य अपना वीणा वादन प्रस्तुत करेंगे। राजेश वैद्य शास्त्रीय संगीत के साथ साथ सुगम संगीत में महारत हासिल किए हुए हैं और ए आर रहमान जैसे संगीतकारों के साथ भी अपना संगीत दिया है।
उपाध्यक्ष डा. पुष्पा कोठारी और डा. देवेंद्र सिंह हिरण के अनुसार 16 मार्च को उज्जैन की संस्कृति वाहने और प्रकृति वाहनेे सिस्टर्स सितार और संतूर पर जुगलबंदी पेश करेंगी और उसके पश्चात दिल्ली के पंडित हरीश तिवारी खयाल गायन पेश करेंगे जिन्हें सुनकर भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी की यादें ताज़ा हो जाती हैं।
संस्था के कोषाध्यक्ष महेश गिरी गोस्वामी ने बताया कि समारोह के अंतिम दिन 17 मार्च को एक विशेष कार्यक्रम "गायन वादन नृत्यम" पुणे के ताल योगी पद्मश्री सुरेश तलवलकर एवम उनके 17 सदस्यों के दल द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा जिसमे गायन, ताल कचहरी, नृत्य एवम अन्य अनूठी कलाओं का समागम होगा । गत कई वर्षों से समारोह का सफल संचालन करने वाले संस्था के सह सचिव डा लोकेश जैन ने बताया कि इस वर्ष का मुरली नारायण माथुर और डा यशवंत कोठारी सम्मान तालयोगी पद्मश्री सुरेश तलवलकर एवम नॉर्थ जोन कल्चरल सेंटर के डायरेक्टर श्री फुरकान खान को प्रदान किया जाएगा। संस्था के अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष भी तीनो दिनो का कार्यक्रम संचालन डा लोकेश जैन करेंगे ।संस्था सदैव दर्शकों और संगीत प्रेमियों के समय की कद्र करती है इसीलिए भारतीय लोक कला मंडल में प्रतिदिन कार्यक्रम नियत समय पर शाम 7.30 बजे ही प्रारंभ हो जाएगा एवम सभी के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा।
संस्था के अध्यक्ष डा प्रेम भंडारी ने बताया कि संस्था मासिक गोष्ठियां, संगीत पर सेमिनार, भावी पीढ़ी के लिए कार्यशालाएं भी आयोजित करती है और प्रतिवर्ष एक संगीत पत्रिका भी प्रकाशित करती है साथ ही प्रति वर्ष मुख्य समारोह में आमंत्रित, दो कलाकारों का सम्मान भी करती है।यह सभी कार्यक्रम संस्था द्वारा सभी के लिए निशुल्क आयोजित किए जाते हैं। शास्त्रीय संगीत के प्रति आम जन में रुचि बनाए रखने और इन कलाओं को जीवित रखने के लिए कुछ प्रतिष्ठानों द्वारा आर्थिक सहयोग प्राप्त होता है उनमें से प्रमुख हैं, हिदुस्तान ज़िंक, वेदांता, नॉर्थ जोन कल्चरल सेंटर, आर एस एम एम, लिपि डाटा, इकोन इंडस्ट्री, इत्यादि।
पिछले 60 वर्षों में सभी भारत रत्न, पद्मविभूषण, पद्मभूषण, पद्मश्री प्राप्त कलाकार अपनी प्रस्तुतियां दे चुके हैं जिसमे पंडित रविशंकर, पंडित भीमसेन जोशी, पंडित जसराज, बिस्मिल्ला खान अमजद अली, हरिप्रसाद चौरसिया, पन्ना लाल घोष, जाकिर हुसैन, सितारा देवी, मृणाली साराभाई, बिरजू महाराज जैसे 3000 से अधिक कलाकार अपनी कलाओं का उत्कृष्ठ प्रदर्शन कर चुके हैं।
कुंभा समारोह परिचय-
महाराणा कुम्भा संगीत परिषद की स्थापना 1962 में पंडित ओंकार नाथ जी ठाकुर के द्वारा की गई। पिछले 60 वर्षों से लगातार यह संस्था सिर्फ शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य के प्रचार प्रसार में कार्यरत है। प्रतिवर्ष एक कुंभा संगीत समारोह आयोजित किया जाता है जो पिछले 60 वर्षों से लगातार आयोजित होता आ रहा है।
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