धर्मसम्राट् करपात्री जी के निर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित*
*धर्मसम्राट् करपात्री जी के निर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित*
नीमकाथाना- श्री कल्पतरु ज्योतिष शोध संस्थान नीमकाथाना के तत्वावधान में *अभिनव शंकर धर्मसम्राट् यति चक्र चूडामणि स्वामी श्री करपात्री जी महाराज* के ४२वां निर्वाण दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा संस्थान के पं. हनुमान प्रसाद जी जोशी के परम सानिध्य में और श्री धर्मसंघ विश्वविद्यालय गुरुकुल चूरू के पं. श्री हरिकिशन जी भेड़ा की अध्यक्षता में सुसम्पन्न हुई।
जगद्गुरु शंकराचार्य के समतुल्य सनातन धर्म के संरक्षक, धर्मध्वजा के महाप्राण, धर्मसम्राट् अपरशंकर नाम से सुप्रसिद्ध श्री करपात्री जी महाराज का महाप्रयाण माघ शुक्ला चतुर्दशी को हुआ था। इस अवसर पर एक विद्वत्सभा एवं भंडारे का भी आयोजन किया गया। श्री भेड़ा जी ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए आशीर्वाद एवं धार्मिक अभ्युदय हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया।
*आचार्य पं. कौशल दत्त शर्मा गुरुजी* मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहें एवं कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि पूर्व प्राचार्य प्रो. सुरेश जी शास्त्री रहे। सभा का संचालन आचार्य पं. शंकर लाल जी शुक्ला ने की।
शिक्षाविद् पं. कौशल दत्त शर्मा ने सनातन धर्म संस्कृति और संस्कारों के प्रति निष्ठावान होने के लिए प्रेरित करते हुए वैदिक वांग्मय के अध्ययन के महत्व को उजागर किया। हमारे राष्ट्र का आस्तित्व वेदशास्त्रों की सुदृढ़ परम्पराओं से ही सिद्ध होता है अतः हमें भारत राष्ट्र एवं स्वयं को भारतीय सिद्ध किए रहना है तो अपने धर्मग्रंथों को दृढ़ता पूर्वक पकड़े रहना होगा और हमें समग्र शास्त्रों का निष्ठापूर्वक करना ही होगा।
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