शिक्षा हैं जीवन का आधार बेटी को दो पढ़ने का अधिकार*
*अगर बेटी को पढ़ाओगे अपना ही नहीं देश का स्वाभिमान बढ़ाओगे*
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*शिक्षा हैं जीवन का आधार बेटी को दो पढ़ने का अधिकार*
सुभाष तिवारी लखनऊ
पट्टी (प्रतापगढ़)
फोरम फॉर एडवानसिगं वुमन अजेन्डा (FAWA) एवं तरुण चेतना के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय बालिका दिवस के साप्ताहिक उत्सव अभियान के उपलक्ष्य में ग्राम पंचायत बहुता में जीवन कौशल, व्यवसायिक कौशल, एवं डिजिटल कौशल पर बालिकाओं को जागरूक किया गया। बाल अधिकार परियोजना के कोऑर्डिनेटर शिव शंकर चौरसिया ने बालिकाओं का उत्साह वर्धन करते हुए राष्ट्रीय बालिका सप्ताहिक उत्सव अभियान पट्टी तहसील के विभिन्न गांवों में बालिकाओं के साथ 24 जनवरी 2024 तक संघन रुप से मनाया जाएगा। श्री चौरसिया ने कहा कि जीवन कौशल अपने जीवन को और सरल एवं सहज बनाना ही जीवन कौशल है। शिक्षा जीवन का आधार है बेटियों को भी पढ़ने का अवसर दीजिए।
इसीक्रम में मैसवा मैन हकीम अंसारी ने मिशन शक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अगर बेटी पढ़ाओगे तो अपना ही नहीं देश स्वाभिमान बढ़ाओगे, डिजिटल कार्यों के लिए कंप्यूटर, टैबलेट या मोबाइल फोन जैसे उपकरणों का उपयोग करना ही डिजिटल कौशल है। सप्ताहिक उत्सव कार्यक्रम के प्रभारी शहीद अहमद ने बताया कि
व्यावसायिक कौशल, वे कौशल होते हैं जिनकी मदद से कोई व्यक्ति अपने काम को अंजाम दे सकता है।
इस कार्यक्रम में शकुंतला देवी, गार्गी पटेल, नाजरीन बानो, आरती पटेल, इसरत, कलावती वर्मा, छाया गौतम आदि लोगों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
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