तीन दिवसीय उदयपुर स्टोरी फेस्टिवल का 5 वां संस्करण 12 से सुफीयानें में अदाज में बताया जायेगा कहानी कहने का अंदाज
तीन दिवसीय उदयपुर स्टोरी फेस्टिवल का 5 वां संस्करण 12 से
सुफीयानें में अदाज में बताया जायेगा कहानी कहने का अंदाज
विवेक अग्रवाल
उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 11 जनवरी। उदयपुर टेल्स की ओर से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय उदयपुर स्टोरी फेस्टिवल का 5 वां संस्करण इस वर्ष 12 से 14 जनवरी तक शिल्पग्राम रोड़ स्थित पार्क एक्सोटिका रिसोर्ट में आयोजित किया जायेगा। इस संस्करण में मंत्रमुग्ध कर देने वाली कहानियों को बुनने और कहानी कहने की परंपराओं का जश्न मनाया जायेगा। इस समारोह में पहली बार मुर्शीदाबाद की मल्लिका आकार व गुलाम फकीर द्वारा सुफीयानें अंदाज में कहानी कहने के अदंाज का प्रदर्शन किया जायेगा।
उदयपुर टेल्स की सह संस्थापक सुष्मिता सिंघा ने बताया कि उदयपुर टेल्स एक अंतर्राष्ट्रीय कहानी महोत्सव है, जो कहानी कहने की कालातीत कला को पुनर्जीवित करता है। आयोजन के पिछले संस्करणों ने कहानीकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करने में सफलता हासिल की है। इस 3 दिवसीय उत्सव में समकालीन, रोमांस, दास्तानगोई, ऐतिहासिक, रहस्य, डरावनी, थ्रिलर, कावड़ (प्राचीन राजस्थानी कहानी कहने) और लोक जैसी विविध कहानी शैलियों को बताया जायेगा। यह अनूठा मिश्रण कहानी कहने की कला की सराहना करने वाले सभी लोगों के लिए एक समृद्ध और आकर्षक अनुभव का वादा करता है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष पहली बार कहानी की तीन केटेगरी दास्तानगोई, आधुनिक एवं लोककला के श्रेष्ठ कहानीकारों को सम्मानित किया जायेगा। इस महोत्सव में प्रसिद्ध कहानीकार शामिल होंगे, जिनमें प्रखर थिएटर कलाकार और फिल्म एवं टीवी अभिनेता मीता वशिष्ठ, स्पेन की एक ब्रिटिश-बेल्जियम कथाकार रेबेका लेमेयर;रहस्यमय, भौगोलिक और ऐतिहासिक खोजों पर अपने शोध के आधार पर कहानियाँ गढ़ने के लिए प्रसिद्ध निर्देशक और फिल्म निर्माता गौतम अग्रवाल, मौखिक कहानी कहने की 13वीं सदी की उर्दू कला, दास्तानगोई के प्रदर्शन में माहिर सैयद साहिल आगा हैं;भारतीय फिल्म उद्योग से एक अभिनेता, लेखक और निर्देशक आधार खुराना, पेशे से लेखक,उद्यमी और शिक्षक और जुनून से एक करिश्माई कहानी कहने वाले गौतम मुखर्जी; रंगमंच, संगीत और नृत्य के तत्वों का उपयोग करके लोककथाओं, मिथकों, सूफी परंपरा की कहानियों, समकालीन कहानियों और मूल कहानियों को प्रस्तुत करने के लिए प्रसिद्ध उल्का मयूर;देश के कुछ कावड़ कथाकारों में से एक अक्षय गांधी, और बेंगलुरु की बहु-प्रतिभाशाली कलाकार अंजना चांडक अपनी कहानियों से आमजन को रूबरू करायेंगे।
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