डॉ बामनिया अब बने रहेंगे सीएमएचओ उदयपुर के पद पर
डॉ बामनिया अब बने रहेंगे सीएमएचओ उदयपुर के पद पर
हाई कोर्ट के डिविजनल बेंच मे अवमानना रिट याचिका बाद सरकार ने जारी किया डॉ बामनिया के लिए डीडीओ पवार
डिविजनल बैंच के निर्णय से डॉ.बामनिया ने अप्रैल में पुनः संभाली थी
सुनील कुमार मिश्रा
उदयपुर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शंकरलाल बामनिया को हाई कोर्ट के डीबी रिट अवमानना सं. 657/2025 में पारित आदेश दिनांक 04.08.2025 तथा डीबी स्पेशल अपील रिट सं. 175/2025 में पारित आदेश दिनांक 09.04.2025 की पालना के लिए निदेशक (जन स्वास्थ्य) ने कोर्ट में अवमानना याचिका की सुनवाई १ सितंबर २०२५ से पहले ही डॉ बामनिया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, उदयपुर के आहरण एवं वितरण अधिकारी की शक्तियां सामान्य वित्त एवं लेखा नियम-3 क के अन्तर्गत जारी किया गया है
उल्लेखनीय है कि हाई कोर्ट के डिवीजनल बैंच के निर्णय की अनुपालना में डॉ शंकर एच बामनिया ने ११ अप्रैल २०२५ को उदयपुर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की कमान पुन: संभाल थी ,हाईकोर्ट खंड पीठ जोधपुर ने डॉ बामनिया की अपील को स्वीकार करते हुए पूर्ववत उदयपुर सीएमएचओ के रूप में कार्य करने के दिए आदेश दिए थे।
प्रकरणानुसार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनवरी में किए गए ट्रांसफर आदेशों में उदयपुर सीएमएचओ डॉ.शंकर एच बामनिया का झूठी शिकायतो पर ट्रांसफर जिला अस्पताल प्रतापगढ़ में उप नियंत्रक पर कर डिमोशन किया गया था, विभाग के इस आदेश के विरुद्ध डॉ बमानिया ने हाई कोर्ट जोधपुर के एकल पीठ रिट दायर की थी। एकल पीठ ने एएजी के 2008 के पुराने अमेंडमेंट रूल के एफिडेविट के आधार पर अपील खारिज कर दी जबकि डॉ बामनिया ने अपने अधिवक्ता के ज़रिए दलील दी थी कि 2008 के रूल का 2012 में अमेंडमेंट हो गया जिन्हें एकल पीठ ने खंड पीठ में चैलेंज करने का साथ अपील खारिज कर दी थी। एकल पीठ के निर्णय के विरुद्ध डॉ बामनिया ने अपने तत्कालीन अधिवक्ता बी एस संधु जरिये विशेष अपील याचिका मुख्य न्यायाधीश के खंड पीठ जोधपुर में दायर की डॉ बामनिया का झूठी और मनगढंत शिकायतों पर हुआ था ट्रांसफर खंड पीठ में तीन दिन तक लगातार सुनवाई हुई जिसने पहले दिन वकीलों के हड़ताल की वजह से डॉ बामनिया ने अपनी पैरवी ख़ुद करते हुए खंडपीठ को बताया कि इनका ट्रांसफर जनहित या प्रशासनिक कारणों न होकर विभिन्न झूठी शिकायतों के मध्य नजर दंडात्मक रूप में उप नियंत्रक के पद पर कर डिमोशन किया जो नए संशोधित कैडर रूल डी ए सी पी 2012 में लागू नहीं है तथा सभी शिकायतकर्ता उनके नियंत्रण में काम करने ऐसे तीन चिकित्सक डॉ आशुतोष सिंघल,डॉ निधि यादव,डॉ मुकेश अटल जो हमेशा राज्यादेश की अवहेलना, राजकार्य रुचि न लेना और सुपरवाइज़री नेग्लिजेंस रखने कारण नोटिसेस के जवाब असंतुष्ट होने पर इनके विरुद्ध आरोप पत्र प्रस्तावित किए गए थे और एक शिकायत कर्ता डॉ अशोक आदित्य सीएमएचओ के पद पर आने की लालचा से अन्य तीन शिकायतकर्ता के साथ हम सलाह कर डॉ बामनिया के विरुद्ध झूठी शिकायत की गई । यहां तक की शिकायतकर्ता ने केवियट भी लगाई। यह सभी शिकायतें झूठी और मनगढंत पाई गई। डॉ बामनिया के तत्कालीन अधिवक्ता बी एस संधु के ज़रिए खंड पीठ को दलील दी कि सभी शिकायतों के संबंध में संयुक्त निदेशक उदयपुर द्वारा गठित जाँच कमेटी में झूठी,मिथ्या और मनगढ़ंत पायी जो निदेशालय भिजवाई जा चुकी थी, एक जाँच विचाराधीन है जिसका नोटिस का अभिकथन प्रस्तुत कर दिया गया है। अत: कोई जाँच पेंडिंग नहीं है।
खंडपीठ ने इस तरह दी बामनिया को राहत
इस संबंध में खंड पीठ अपील द्वारा अधिवक्ता की अपील को स्वीकार करते हुए 2008 के रूल के एफिडेविट को रद्द करते हुए एएजी को सख़्त निर्देश देते हुए केस के ऑफिस इंचार्ज डॉ बी एल स्वर्णकार ने झूठी एफिडेविट पर लिखित में माफी मांगी गई। खंड पीठ ने फैसले को सुरक्षित रखते हुए दिनांक 9 अप्रैल 2025 को रिजर्व फैसले को प्रोनाउंसमेट करते हुए एकल पीठ के फैसले को किया और खंड पीठ के फैसले में डॉ बामनिया को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उदयपुर के पद पर पूर्वानुसार यथावत रखने हुए निरंतर कार्य करने के आदेश जारी किया। डॉ बामनिया ने शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश के खंड पीठ के आदेश की पालना में सीएमएचओ उदयपुर के पद पर जॉइनिंग देते हुए विधिवत कार्यभार संभाल लिया है।
कार्यभार सँभालने के बाद पिछले ५ माह से डॉ बामनिया को सरकार द्वारा डीडीओ पावर नहीं दिया गया था और प्रोग्राम ऑफिसर डॉ अशोक आदित्य को अतिरिक्त प्रभार देकर सीएमएचओ का कार्य सम्पादित कराया जा रहा था!
डॉ बामनिया ने हाई कोर्ट के खंड पीठ के आदेश की अनुपालना नहीं करने पर खंड पीठ में अवमानना याचिका दायर की थी जिसकी सुनवाई १ सितंबर २०२५ को होने से पूर्व ही निदेशक जन स्वास्थ्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाए जयपुर द्वारा कल शनिवार को डॉ बामनिया के लिए सीएमएचओ का डीडीओ पावर जारी किया गया और सीएमएचओ का कार्य संपादन डॉ बामनिया ही करेंगे!
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