अभिनेत्री प्रवती का सपना था माँ के सामने हिंदी फिल्म में काम करने का था लेकिन आधुरी कहाणी रह गई*
*अभिनेत्री प्रवती का सपना था माँ के सामने हिंदी फिल्म में काम करने का था लेकिन आधुरी कहाणी रह गई*
संवाददाता दिल्ली
कलकत्ता शहर कीं लडकी ने सपना देखा वह था फिलमों की चमकती दुनिया में अपनी पहचान बनाने की सपना! यह कहाणी है अभिनेत्री मॉडेल प्रवती की जो आज हजारो युवाओ के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं जो मुंबई के मायानगरी में आनेवाली हैं अकस्कर बडे सपने देख ने की उम्मीद की नही जाती लेकिन प्रवती कहती हैं अगर आपमे जज्बा हैं सपनो को पुरा करणे के लिए सिर्फ मेहनत की विश्वास कि जरुरत होती हैं बाकी सब रास्ते खुद बनते जाते हैं यदी आप आपको मार्ग से विचलित करने वाले तत्व हजारो मिलेंगे प्रवतीने बहोत स्ट्रगल किया हर संकट को सामना करणा पडा किसीने सपोट नहीं किया लेकिन उन्होने हार नहीं माना क्योकीं मम्मी पप्पा का आशीर्वाद था इसलिये मैं फिल्म में काम करने को मोका मिल रहा हैं माँ का सपना था उनके सामने बडे हिंदी फिल्म काम मिला होता उनको बहोत ख़ुशी होता लेकिन माँ इस दुनिया में नहीं रही उनकी इच्छा आधुरी रह गई मगर अभिनेत्री प्रवती भविष्यमे वृद्ध आश्रम को हेल्प करने वाली हैं अभिनेत्री प्रवती ने आपणा सपना जिंदा रखा हैं हर कठीनाई और अस्विकृती को अपने आतम्बल और मेहनत से मात दी प्रवती जब किशोरवस्था में ही थी तभी कुछ कर गुजरने का जुनून लिए घर को छोड दिया और पहिले दिल्ली में आ गई और थेटर में कही साल काम किया आल्बम में किया सिरीयल भी उनको मुंबई में ऑफ़र आया वेबसीरज और आल्बम काम आया जल्दी ही सुटटींग का काम सुरु होगा आज प्रवती सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं हैं वह ऊन हजारो लडकियों की उम्मीद हैं जो गांव में बैठकर एक नई सुबह का सपना देखती हैं प्रवती की कहाणी हमें यह सिखाती हैं सपनो की कोई सीमा नहीं होती
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