एकदिवसीय औषधीय पौधों पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
स्थानीय श्री भगवानदास मोदी
महाविद्यालय में वनस्पति विभाग द्वारा आयोजित एकदिवसीय औषधीय पौधों पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में बीकानेर से श्री डूंगर महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ बी. बी . एस. कपूर उपस्थित हुए। हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ एन. एस. नाथावत द्वारा मुख्य वक्ता का माला पहनाकर स्वागत किया गया। डॉ. बी.बी.एस. कपूर ( पीएच.डी., एफ.एस.एस.सी.) राजकीय श्री डूंगर महाविद्यालय (नैक-“ए” ग्रेड) बीकानेर में वनस्पति विज्ञान के पीजी विभागाध्यक्ष तथा विज्ञान संकाय के डीन के पद पर कार्यरत रह चुके है। उनका जन्म 13 सितंबर, 1955 को कोटा, राजस्थान में हुआ तथा उन्होंने 1977 में एम.एस.सी. (वनस्पति विज्ञान) तथा 1992 में राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से पी.एच.डी. की। वे 1977 में वनस्पति विज्ञान के सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुए। डॉ. कपूर और उनकी टीम ने विशेष रूप से राजस्थान के रेगिस्तान की पारिस्थितिकी और शुष्क क्षेत्र के औषधीय पौधों पर अनुसंधान कार्य किया। उन्होंने अपने कॉलेज परिसर में एक हर्बल अनुसंधान प्रयोगशाला तथा औषधीय पौधों का संग्रहालय स्थापित किया। इसके निर्देशन में 35 विद्वानों ने डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की। और 35 एम.फिल. छात्रों ने शोध प्रबंध पूरा किया है। इनको लेखन में गहरी रुचि होने के कारण इन्होंने लगभग 100 से अधिक लोकप्रिय लेख, प्रसिद्ध पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में प्रकाशित, अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 100 से अधिक शोध पत्र और प्रतिष्ठित प्रकाशकों द्वारा 20 पुस्तकें प्रकाशित की गई। डॉ. कपूर ने पश्चिमी राजस्थान में पाए जाने वाले विभिन्न औषधिय पौधों के बारे में छात्रों को विस्तृत रूप से बताया। तथा पौधों का विभिन्न बीमारियों में क्या क्या उपयोग किया जा सकता है व उनसे कौन कौन सी बीमारियों ठीक हो सकती हैं उसके बारे में बताया। तथा बच्चों को स्लाइड द्वारा सारे पौधों को प्रोजेक्टर द्वारा दिखाकर उनकी पहचान करवाई। कार्यक्रम में वनस्पति विभाग के व्याख्याता श्री सुशील कुमार टाक, डॉ. आनंद शर्मा, डॉ . नरेश कुमार वर्मा, श्री प्रेम सिंह, श्री लक्ष्मण सिंह, सुरेंद्र सिंह, पवन कुमार शर्मा व एम एस सी पूर्वार्द्ध व उतरार्द्ध तथा बीएससी के छात्र छात्राएं आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम आयोजक वनस्पति विभाग विभागाध्यक्ष डॉ जितेन्द्र कांटिया ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महानुभव का धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम को समाप्त किया।
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