राजस्थान में भ्रष्टाचार में भी भ्रष्टाचार*

 *राजस्थान में भ्रष्टाचार में भी भ्रष्टाचार*


***

राजस्थान में सरकारी कार्यालयों का भ्रष्टाचार पर अंकुश एवं प्रभावी रोक हेतु एक विभाग कार्यरत है। जिसका एडीजीपी स्तर का अधिकारी अलग जयपुर स्थित कार्यालय में बैठता है ।उक्त उच्च लोक सेवक महोदय ,भ्रष्ट लोक सेवकों को रंगे हाथ पकड़वा कर जेल की सलाखों में पहुंचाते हैं। यही इस विभाग का मुख्य कार्य है ।तथा इस मुख्य कार्य को क्रियान्वयन की संपूर्ण जिम्मेवारी भी एसीबी के पास ही होती है।

लेकिन हाल ही में राजस्थान में एसीबी के ही नौकरशाह ,जो की झालावाड़ एएसपी जगराम मीणा अपने  पद और विभाग का 

रौंब जमा कर लगभग 950000 से ज्यादा रकम मासिक बंदी वसूल कर अपनी स्वयं की लग्जरी कार में लेकर आ रहा था। इस दौरान एसीबी के ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ  , अपनी सेवा के प्रति समर्पित,तटस्थ, एएसपी श्री पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने दिया कार्यवाही को अंजाम । यह अपने आप में अद्भुत ,प्रशंसनीय कार्य है । कि एसीबी की साख को धूमिल करने वाले भ्रष्ट नौकरशाह जगराम मीणा झालावाड़ में कार्यरत को औचक कार रुकवा कर तलाशी अभियान में 950000 बरामद  किये।

बताया जा रहा है ,की संपूर्ण कार्यवाही एडीजी स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में की गई ।। जो की अत्यंत काबिले तारीफ एवं अनुपम है। क्योंकि राजस्थान में ऐसे कई और नौकरशाह जमे बैठे हैं, जिन्हें दूध की रखवाली को बैठा रखा है ⁉️ जब बाड़ ही खेत को खाने लगे, तो क्या बचेगा??? यह जगराम मीणा नौकरशाही का अति निंदनीय कार्य है।

अतः है राजस्थान सरकार के गृहमंत्री एवं एसीबी के सर्वोच्च अधिकारी *ऐसे दूध के रखवाले बिल्लै नौकरशाह को पहले जेल* बाद में सभी सरकारी सुविधाओं को निरस्त कर घर बैठाया जाए ☑️ तो सभी राजस्थान के भ्रष्ट नौकरशाह लंबवत हो जाएंगे।।।।।। और विभाग की विश्वसनीयता और साख बनी रहेगी । अन्यथा आमजन का विश्वास समाप्त हो जाएगा।।।जय हिंद, जय भारत 

इलेक्ट्रिक न्यूज़ रिपोर्टर शिंभू 

सिंह शेखावत राजस्थान

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुलिस पाटन द्वारा हथियार की नोक पर वाहन लूट करवाने वाला अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

अतिरिक्त जिला कलेक्टर नीमकाथाना भागीरथ साख के औचक निरीक्षण में कर्मचारी नदारद पाए गए* *सीसीए नियमों के तहत होगी कार्रवाई*

आमेर तहसीलदार ने बिलोंची गाँव की खसरा न, 401 से लेकर खसरा न, 587 तक की जमीन की , जमाबंदी के खातेदार 12 व्यक्तियों में से चार व्यक्तियों के नाम मिली भगत कर , सुविधा शुल्क वसूलकर नियम विरूद्ध तकासनामा खोल दिया गया आठ खातेदारों का विरोध तकासनामा निरस्त करने की मांग