तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों में उद्यमिता एवं कौशल विकास करना आवश्यक : प्रो.एसके सिंह*
*राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय उद्यमिता नेटवर्क और स्मार्टब्रिज एजुकेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के मध्य हुआ एमओयू*
*तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों में उद्यमिता एवं कौशल विकास करना आवश्यक : प्रो.एसके सिंह*
कोटा, 08 अप्रेल, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा द्वारा अपने इंजिनियरिंग के विद्यार्थियों में उद्यमिता शिक्षा और कौशल - अनुसंधान के विकास को बढ़ावा देने के उदेश्य से राष्ट्रीय उद्यमिता नेटवर्क, बेंगलुरु (कर्नाटक) और स्मार्ट ब्रिज एजुकेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद के मध्य एक एमओयू संपन्न किया गया है। आरटीयू के सह जनसम्पर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि इस नवाचार को मूर्त रूप देते हुए कुलपति प्रो. एसके सिंह और राष्ट्रीय उद्यमिता नेटवर्क के निदेशक दयाकर मूर्ति, अमित सिंह, सीनियर प्रोग्राम मैनेजर और स्मार्ट ब्रिज एजुकेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की उपाध्यक्ष श्री देवी सीरा, एसोसिएट डायरेक्टर सचिन म्हास्के की उपस्थति में इस समझौता ज्ञापन पर दोनों पक्षों के मध्य हस्ताक्षर कर एमओयू का आदान प्रदान किया गया। इस अवसर पर डॉ.दिनेश बिरला डीन फैकल्टी अफेयर्स, डॉ. डीके पलवलिया डीन एकेडमिक्स, डीन आईआईआई एंड आईआर प्रो. वीके गोराना, पीआरओ डॉ. एसडी पुरोहित सहित विभिन्न डीन और विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। इस अवसर पर कुलपति प्रो. एसके सिंह ने कहा की विश्वविद्यालय मे शोध और अनुसंधान के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण करने एवं गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के साथ आरटीयू प्रदेश की तकनीकी शिक्षा के विकास के लिए सशक्त नीति के साथ कार्य कर रहा हैं, जिससे देश में तकनीकी वातावरण को बढ़ावा मिलेगा। इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से दोनों संस्थान प्रशिक्षण, शैक्षणिक और अनुसंधान गतिविधियों पर सहयोग का दायरे को बढ़ाएंगे। आज के परिदृश्य में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अति-उत्कृष्टता प्राप्त करने की आवश्यकता है अतः हितधारक विद्यार्थियों और संबद्ध महाविद्यालयों को ज्ञान और कौशल से युक्त किया जाना आवश्यक है।
प्रोफेसर एस.के. सिंह ने कहा की दोनों पक्ष उद्यमिता, नवाचार और कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए संयुक्त अनुसंधान पहलों में शामिल होंगे। दोनों पक्षों का मानना है कि दोनों के बीच घनिष्ठ सहयोग छात्र समुदाय के लिए अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के लिए बड़ा लाभकारी सिद्ध होगा। प्रतिभाशाली छात्र किसी उद्योग के तकनीकी उन्नयन, नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस एमओयू का उद्देश्य छात्रों को अत्याधुनिक कौशल, वास्तविक दुनिया के अनुभव और आज के कार्यबल में सफलता के लिए आवश्यक नेतृत्व गुणों से लैस करना है। साथ ही सबसे अधिक मांग वाली प्रौद्योगिकियों में उद्योग के सहयोग से दीर्घकालिक अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम पेश किया जाए, जिसका उद्देश्य छात्रों की तकनीकी और पेशेवर क्षमताओं में सुधार करना है, जिससे उनकी रोजगार की संभावनाएं बढ़ें। उन्होंने कहा की वर्तमान समय में विद्यार्थियों में उद्यमिता, स्वावलम्बन एवं कौशल विकास करना आवश्यक है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करना है, जिससे राज्य को तकनीकी विकास में मदद मिलेगी और देश में तकनीकी वातावरण को बढ़ावा मिलेगा। यह एमओयू हमारी प्रतिब़द्धता और आपसी सहयोग को मजबूती प्रदान करेगा और छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। आपसी ज्ञान और शोध को साझा करके हम विकास को बढ़ावा देंगे, हमें छात्रों को भविष्य की चुनौतियों का निवारण करने और अवसरों को पहचानने के लिए तैयार करना होगा। यह विद्यार्थियों के लिए रिसर्च प्रोजेक्ट्स, को-डेवलपमेंट, शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थियों के एक्सचेंज प्रोग्राम के साथ नवीतम कोर्सेज की संभावनाओं को तलाश करेगा।
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