अनेकों पॉलिथीन, प्रेरणा पाकर अब जिलेभर में जुटे लोग, प्लास्टिक से मुक्ति की ओर राजसमंद*
*विशेष: जिला परिषद के सीईओ बृजमोहन बैरवा ने सुझाया तरीका: एक बोतल में बंद होती है अनेकों पॉलिथीन, प्रेरणा पाकर अब जिलेभर में जुटे लोग, प्लास्टिक से मुक्ति की ओर राजसमंद*
*राजसमंद / जनतंत्र की आवाज/ पुष्पा देवी / ब्यूरो चीफ़*
*राजसमंद।* गौमाता को प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए जिले की सभी ग्राम पंचायतों में प्लास्टिक से मुक्ति के लिए एक मिशन मोड अभियान शुरू किया गया है। जिला परिषद के सीईओ बृजमोहन बैरवा ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्लास्टिक की बोतलों में अपशिष्ट पॉलिथीन भरने का तरीका सुझाया था। इस प्रयास से पॉलिथीन के दुष्प्रभाव से गौमाता की रक्षा की जा रही है।
बृजमोहन बैरवा ने सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाते हुए बताया कि एक प्लास्टिक की बोतल में कई पॉलिथीन थैलियां भरी जा सकती हैं। यह तरीका न केवल पॉलिथीन के कचरे का समुचित निपटान सुनिश्चित करता है, बल्कि यह गौमाता को भी सुरक्षित रखने में सहायक सिद्ध हो रहा है। उनकी प्रेरणा से पूरे जिले में लोगों ने इस विधि को अपनाते हुए लाखों पॉलिथीन को प्लास्टिक की बोतलों में बंद कर दिया है।
एसबीएम (ग्रामीण) के समन्वयक नानालाल सालवी ने बताया कि अब तक डेढ़ लाख से अधिक प्लास्टिक की बोतलों में लगभग एक करोड़ पॉलिथीन थैलियां भर कर हमेशा के लिए बंद की जा चुकी हैं। इन बोतलों से 'वेस्ट टू आर्ट' (कला निर्माण) की दिशा में कलाकृतियां बनाई जा रही हैं, जिन्हें भविष्य में आमजन के समक्ष प्रदर्शित किया जाएगा।
अभियान के तहत गुरुवार को जिले की सभी ग्राम पंचायतों में 'पॉलिथीन फ्री डे' मनाया गया। इस दौरान ग्रामीणों को प्रेरित किया गया कि वे अपने घरों में आने वाले सिंगल यूज प्लास्टिक का निपटान प्लास्टिक बोतलों में करें। साथ ही, वर्षों से पड़े लिगेसी वेस्ट को हटाकर गंदगी वाले स्थानों की सफाई कराई गई।
सीईओ बृजमोहन बैरवा के नेतृत्व में जिले में '4पी' अवधारणा - प्लास्टिक, पेड़, पानी, पर्यावरण पर कार्य किया जा रहा है। इस पहल के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में प्लास्टिक और पर्यावरण के महत्व पर जागरूकता बढ़ाई जा रही है। खमनोर ब्लॉक में वेस्ट टू आर्ट की अवधारणा के अंतर्गत प्लास्टिक बोतलों से पेड़ के चबूतरे और ट्री गार्ड बनाए गए हैं। इस प्रयास को राज्य स्तर पर भी सराहना मिली है।
पंचायत समिति खमनोर में सिंगल यूज प्लास्टिक की बोतलों से जिले का पहला स्वच्छता पार्क बनाया जा रहा है। इस पार्क का उद्देश्य आमजन को प्रेरित करना और सिंगल यूज प्लास्टिक के बेहतर उपयोग के तरीकों को प्रदर्शित करना है। इस प्रकार के प्रयास गौमाता की रक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होंगे।
राज्य सरकार की पिंक टॉयलेट योजना के तहत जिले की सभी ग्राम पंचायतों में बालिकाओं के उच्च नामांकन वाले विद्यालयों का चयन कर वहां शौचालयों का नवीनीकरण किया जा रहा है। इसका उद्देश्य बालिकाओं के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।
*स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण परियोजना के जिला समन्वयक नानालाल सालवी ने बताया कि सीईओ बृजमोहन बैरवा के नेतृत्व में जिले में प्लास्टिक मुक्त अभियान को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी आमजन को प्लास्टिक से मुक्ति के लिए जागरूक किया जा रहा है।*
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