हार्टफुलनेस ध्यान पध्यति व्यक्तित्व विकास का प्राकृतिक मार्ग है - डॉ कर्नाटक
हार्टफुलनेस ध्यान पध्यति व्यक्तित्व विकास का प्राकृतिक मार्ग है - डॉ कर्नाटक
उदयपुर। हम हमेशा यही सोच कर चिंतित रहते है कि दूसरे व्यक्तियों के पास क्या है, उनकी संपन्नात और सुख सुविधाओं को देख कर ही दुखी रहते है, यदि हम अपने से नीचे और वंचित लोगों को देखेंगे तो हमे अपनी वर्त मान स्थिति और उपलब्धि का भान होता है, हम इसके लिए सदा ईश्वर का धन्यवाद और आभार प्रकट करना चाहिए, हमे सभी को साथ ले कर सोचना और चलना चाहिए। हमे प्रकृति के साथ मिल जुल कर रहना चाहिए और हार्टफुलनेस ध्यान हमें प्रकृति के साथ रहने, ध्यान के द्वारा सभी से जुड़ने और जीवन में दिल की बात सुन कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का सरल रास्ता दिखाता है। सी टी ऐ ई के नव आगंतुक छात्र छात्राओं को इंडक्शन प्रोग्राम में संबोधित करते हुए एम पी यु ऐ टी के कुलपति डॉ अजीत कुमार कर्नाटक ने यह बात कही। उन्होंने गौतम बुद्ध, स्वामी विवेकानंद इत्यादि का उदाहरण देते हुए युवा विधार्थियों को आत्म बल, आत्म विश्वास और ईश्वर के बताये अध्यात्मिकता जीवन को अपनाने की बात कही।
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