रोटरी क्लब उदयपुर युवा द्वारा युवाओं में बढ़ती मानसिक समस्याएं एवं आत्महत्याएं पर हुई कार्यशाला’
’रोटरी क्लब उदयपुर युवा द्वारा युवाओं में बढ़ती मानसिक समस्याएं एवं आत्महत्याएं पर हुई कार्यशाला’
उदयपुर। रोटरी युवा के अध्यक्ष यश कुनावत ने बताया की आत्महत्या एक गंभीर समस्या है जो दुनिया भर में लोगों को प्रभावित करती है।
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज के विद्यार्थियों के साथ मनोचिकित्सक डॉ आरके शर्मा ने युवाओं में बढ़ती मानसिक समस्याओं और आत्महत्या के लक्षणों को पहचानने, उनके कारणों को समझने, उसे रोकने और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से वार्ता की।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कॉलेज के कैंपस डायरेक्टर डॉ नरेंद्र सिंह राठौड़ ने मानसिक स्वास्थ्य की महत्त्वता को समझते हुए बताया कि समस्याएं हर व्यक्ति के जीवन में होती है अगर विद्यार्थी अपनी मानसिक समस्याओं को प्रभावी तरीके से संभालना सीख जाता है तो वह अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को बेहतर बना सकता है।
डॉ शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि एक साल में देशभर मे लगभग 1 लाख लोग आत्महत्या करते है। आत्महत्या के मामलों में 80 से 90 प्रतिशत मानसिक बीमारियां इसका कारण होती है। वही लगभग 60 प्रतिशत किशोरों में मूड डिसऑर्डर (खासतौर पर डिप्रेशन) आत्महत्या का मुख्य कारण होता है। मूड डिसऑर्डर के अलावा रिलेशनशिप, पारिवारिक तनाव, कम उम्र से ही नशीले पदार्थों का सेवन करना, किशोरों में अत्यधिक आवेगशीलता, जीवन कौशल की कमी भी आत्महत्या के अहम कारक होते है।
मानसिक बीमारियों और आत्महत्या रोकथाम के लिए पहला चरण है उन लक्षणों की सामयिक पहचान करना और उसके पीछे के कारणों को गहराई से समझते हुए बचाव के लिए सहयोग करना है।
कार्यक्रम के दौरान लगभग 150 विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यशाला में कॉलेज की समन्वयक डॉ अंजली , रोटरी क्लब युवा के अध्यक्ष यश कुनावत और चेतस ट्रस्ट के समन्वयक दिव्य शर्मा की भी उपस्थिति रही।
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