राजस्थान में हाई कोर्ट की प्लेटिनम जुबली स्थापना दिवस या प्रकरण पेंडेंसी दिवस
राजस्थान में हाई कोर्ट की प्लेटिनम जुबली स्थापना दिवस या प्रकरण पेंडेंसी दिवस-- कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर! जोधपुर में राजस्थान में हाई कोर्ट स्थापना के 75 पूरे कर प्लेटिनम जुबली धूम धाम से मनाई गई! सबका साथ, सबका विकास, अपना और वकीलों का करते हुए प्रधान मंत्री मोदी,मुख्य मंत्री भजन लाल और कानून मंत्री मुख्य न्यायाधीश, अन्य न्यायाधीश की मौजूदगी में मनाया गया! स्थापना से वकील और न्यायाधीशों, अन्य स्टाफ़ को रोजगार मिला, जनता को कोई फायदा हुआ या नहीं, जनता की जनता जाने, कैसी विडम्बना है कि कभी किसी ने नहीं कहा कि हम न्याय त्वरित, प्रकरण निस्तारण कम खर्चा और समय पर करेंगे! वादी, प्रतिवादी के हितों का भी ध्यान रखेंगे! इतनी अवकाश, चाहे जब कोर्ट एडजर्न कर चल देते हैं! मानद/ तय शुदा कैश फीस लेते हैं केस नहीं लड़ें तो कोई बात नहीं पूरी की पूरी राशि बिना रसीद के डकार जाते हैं! कभी भी काज लिस्ट बनाते समय हाफ डे और किसी जाने अनजाने उठ कर चल दिये, कोई जारी लिस्ट से प्रकरण सुने बिना जाने पर, कई माह 10-12 माह की दिनांक देने के आदेश कर चल देते हैं! इन्हें सुधार करने, सोचने को किसी ने विवश नहीं किया ??
सभी खेल मनमानी और विपुल संवैधानिक शक्तिओं का जन हित में उपयोग नगन्य है!
राजस्थान उच्च न्यायालय में राज्य या केन्द्र सरकार के प्रकरणों को ही सुना जाता है! सरकार के विरुद्ध आवाज भी नहीं आती है! सरकार और विरोधी राजनैतिक पार्टीयों को जी चाहा लाभ दिया जाता है! यह चाहे जो करें क्योंकि इनका चयन वेतन अन्य खर्चा बजट मिलता है, कोर्ट प्रोटेक्शन मिलता है! महा अभियोग से सुरक्षित रहते हैं! राष्ट्र पति महोदया जी ने सही कहा है! उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में भारतीय जुडिशियल योग्यता परीक्षाओं से चयन होना चाहिए, कालॉजिओसस सिस्टम उचित नहीं है! आई.टी.त्वरित और म्युजियम का उदघाटन प्रमुख रहे आशा है हाई कोर्ट में विभागीय द्वेषता से बनाये जाने वाले पेंडिंग सुनबाई के प्रकरणों को निस्तारण संबंधित कार्यवाही करेंगे!
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