भीम में धूमधाम से मनाया गया बछ बारस का पर्व: महिलाओं ने विधि-विधान से की गाय और बछड़े की पूजा*
*भीम में धूमधाम से मनाया गया बछ बारस का पर्व: महिलाओं ने विधि-विधान से की गाय और बछड़े की पूजा*
राजसमंद जिले के भीम क्षेत्र में शुक्रवार को बछ बारस का पर्व परंपरागत उल्लास के साथ मनाया गया। जनतंत्र की आवाज़ के लिए ग्राउंड रिपोर्ट देते हुए हमारी संवाददाता श्रीमती पुष्पा सोनी ने बताया कि सुबह से ही सुहागिन महिलाओं ने गाय और उसके बछड़े की पूजा-अर्चना की। मंगल गीत गाते हुए महिलाओं ने गाय और बछड़े के भाल पर तिलक लगाकर उन्हें चूनरी ओढ़ाई और सामूहिक रूप से बछ बारस की कथा का श्रवण किया।
महिलाओं ने अपने घरों के सामने गोबर से बनी तलैया में पानी भरकर उसका पूजन किया और फिर अपने पुत्रों को तिलक लगाकर लड्डू का प्रसाद दिया। इस पर्व को लेकर माताओं में विशेष उत्साह देखने को मिला, क्योंकि यह त्योहार वे अपने पुत्रों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए मनाती हैं।
पर्व के दौरान माताओं ने पारंपरिक रिवाजों का पालन करते हुए गेहूं और धारदार वस्तुओं से बनी चीजों का सेवन नहीं किया। इसके बजाय, बाजरा या ज्वार का सोगरा, अंकुरित अनाज की कढ़ी, और सूखी सब्जी का उपयोग किया। भाद्रपद मास में आने वाले इस उत्सव को गोवत्स द्वादशी या बछ बारस के नाम से भी जाना जाता है, और यह भीम सहित पूरे राजस्थान में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
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