स्कूल के बच्चों ने सीखे मिट्टी से आकृति बनाने के गुण

 स्कूल के बच्चों ने सीखे मिट्टी से आकृति बनाने के गुण






आबूरोड सिरोही 


आज की आधुनिक युग में हर चीज़ मै रेडीमेड चीजों का उपयोग बढ़ता जा रहा है  


जिससे हम अपनी परंपरा से दूर होते जा रहे हैं 


हमारी परंपराओं को संजो के रखने के लिए हम कई प्रयास करते हैं 


ऐसा ही एक प्रयास कुम्माहर मोहल्ले के पार्षद भवनिश बारोट एवं सैंट मैरी स्कूल माउंट आबू के ब्रदर ग्रिबन (प्रिंसिपल) स्कूल के बच्चों ने सीखे मिट्टी से आकृति बनाने के गुण 


आज की आधुनिक युग में हर चीज़ मै रेडीमेड चीजों का उपयोग बढ़ जा रहा है  


जिससे हम अपनी परंपरा से दूर होते जा रहे हैं 


हमारी परंपराओं को संजो के रखने के लिए हम कई प्रयास करते हैं 

ऐसा ही एक प्रयास कुम्माहर मोहल्ले के पार्षद भवनिश बारोट एवं सैंट मैरी स्कूल माउंट आबू के ब्रदर ग्रिबन

द्वारा किया गया 


वार्ड नंबर 15 मैं स्थित कुमार मोहल्ले मैं पार्षद भवनिश बारोट ने देखा कि कुम्हार द्वारा मिट्टी से बने मटके दीपक खिलौनो का विशेज महत्व है भारतीय परंपरा एवं त्योहार में इन्हें कुम्हार के यहां से लाकर घर में सजाया जाता है एवं इसका उपयोग पूजा में किया जाता है मार्टी से बने दीपक एवं खिलौनों की दिवाली के पर्व पर विशेष मांग रहती है 


लेकिन आज के आधुनिक युग में यह सारी चीज मशीनों द्वारा बनाई जाने लगी है जिससे कुम्हारों द्वारा हाथों से निर्मित चीजों का लोगों में करेज तो बहुत है लेकिन मशीनों द्वारा निर्मित चीज़ दिखने में सुंदर एवं सस्ती होने के कारण कुम्हारों का व्यापार ज्यादा मेहनत एवं कम कमाई का होने से कुम्हार धीरे-धीरे इस व्यापार से मुंह भंग होता जा रहा है 


अब कुम्हार मोहल्ले में गिने-चुने परिवारों द्वारा ही हाथ से मिट्टी के बर्तन मटके कुल्हड़ दीपक आदि बनाने का कार्य किया जा रहा है


धीरे-धीरे यह कार्य मशीनों ने ले लिया है और रेजीमेंट मिट्टी के दीपक खिलौने बाजार में बिकने लगे 


लेकिन भारतीय परंपरा एवं हमारे देश की मिट्टी से जो प्रेम कुम्हार समाज ने आम लोगों को बताया है 

उसका कोई सानी नहीं है 


इसलिए पार्षद भवनीश बारोट ने इस आधुनिक युग में मिट्टी से चीज बनाने के तरीके को एक कला के रूप में प्रदर्शित करने एवं हर व्यक्ति इस कला को सीख सके जिससे हमारी भारतीय परंपरा जीवित रहे इसके लिए पार्षद भवनिश बारोट ने कई संस्थाओं एवं विद्यालयों में संपर्क किया जिसमें माउंट आबू सेंट मैरी स्कूल के आर्ट टीचर डाँ. प्रियदर्शी व्यास व एएस शर्मा

से मुलाक़ात हुई 


पार्षद बारोट ने वहां पर पढ़ने वाले बच्चों में यहां हुनर सीखने के लिए निवेदन किया 


देश की मिट्टी से लगाव को देखते हुए ए डॉ.प्रियदर्शीव्यास एवं ए एस शर्मा जी टीचरों ने ब्रदर ग्रिबन से बात कर अनुमति दी गई


एक इलेक्ट्रॉनिक चाख एवं बर्तन बनाने के लिए कच्ची मिट्टी आदि सेंट मैरी के ब्रदर ग्रिबन द्वारा कराई गई

कुमार मोहल्ले की किशोर प्रजापत की टीम से संपर्क कर

स्कूल में ही 7 दिन का सेमिनार लगाकर वहां पढ़ने वाले बच्चों को मिट्टी से बनने वाले दीपक एवं खिलौने बनाने वाली मिट्टी कैसे तैयार की जाती है और उसे एक चक्र के द्वारा विभिन प्रकार का रूप देकर सुंदर चीजे बनाई जाती है पूरी प्रक्रिया वहां के बच्चों को सिखाई जिसे देखते हुए बच्चों में खासा उत्साह नजर आया एवं हमारी संस्कृति को एवं हमारे देश की मिट्टी को अपने हाथों से एक सुंदर दीपक पोट गिलास मटका आदि का रूप देकर बच्चों में काफी उत्स देखा गया सेंट मैरी स्कूल के ब्रदर ग्रिबन

में कहां की चाक द्वारा मिट्टी से सुंदर बर्तन आदि बनाने की हुनर को कला के रूप में उभरने का प्रयास किया जा रहा है जिसके लिए पार्षद भवनिश बारोट ने सेंट मैरी स्कूल के ब्रदर ग्रिबन एवं डाँ.प्रियदर्शीव्यास व ए एस शर्मा जी एवं किशोर प्रजापत की टीम का तहे दिल से आभार व्यक्त किया गया

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुलिस पाटन द्वारा हथियार की नोक पर वाहन लूट करवाने वाला अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

अतिरिक्त जिला कलेक्टर नीमकाथाना भागीरथ साख के औचक निरीक्षण में कर्मचारी नदारद पाए गए* *सीसीए नियमों के तहत होगी कार्रवाई*

आमेर तहसीलदार ने बिलोंची गाँव की खसरा न, 401 से लेकर खसरा न, 587 तक की जमीन की , जमाबंदी के खातेदार 12 व्यक्तियों में से चार व्यक्तियों के नाम मिली भगत कर , सुविधा शुल्क वसूलकर नियम विरूद्ध तकासनामा खोल दिया गया आठ खातेदारों का विरोध तकासनामा निरस्त करने की मांग