27 वर्षाे से अंधता निवारण में अग्रणी भूमिका निभा रहा अलख नयन मंदिर नेत्र चिकित्सालय

 27 वर्षाे से अंधता निवारण में अग्रणी भूमिका निभा रहा अलख नयन मंदिर नेत्र चिकित्सालय


-अब तक करीब 8 लाख लोगों को निःशुल्क नेत्र चिकित्सा करायी उपलब्ध

-व्यक्तिगत स्तर पर सर्वाधिक निःशुल्क मोतियाबिंद के ऑपरेशन करने पर डॉ.झाला का दर्ज हुआ

  लंदन बुक ऑफ रिकार्डस् में नाम


उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। देश में अंधता का निवारण करने के लिये केन्द्र सरकार ने 1976 में इसे राष्ट्रीय प्रोजेक्ट (एनपीसीबी) बनाकर इस पर कार्य करना प्रारम्भ किया था लेकिन सीमित संसाधनों के कारण सरकार इस पर अधिक कार्य नहीं कर पायी और उसने स्वयं सेवी संस्थाओं व स्थानीय स्तर पर नेत्र चिकित्सालयों को इस प्रोजेक्ट से जोड़ कर देश से अंधता निवारण में तेजी लाने का प्रयास किया।


अलख नयन मंदिर के मेडिकल डायरेक्टर डॉ.लक्ष्मणसिंह झाला ने आज यहंा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि पिछले 27 वर्षाे से अलख नयन मंदिर द्वारा केन्द्र सरकार के इस प्रोजेक्ट को पूरे दक्षिण राजस्थान में चलाया जा रहा है। अब तक लाखों लोगों को इस प्रोेजेक्ट के तहत आंखों की निःशुल्क रोशनी दिलायी जा चुकी है,लेकिन इस प्रोजेक्ट की गति में और तेजी लाना चाहते है लेकिन स्थानीय स्वास्थ्य विभाग इसकी अनुपालना में असंवेदनशील बना हुआ है,जिस कारण गति को तेजी नहीं मिल पा रही है। आज भी गांवो में अंधता ने खास तौर पर डूंगरपुर,बांसवाड़ा,प्रतापगढ़,जैसे क्षेत्रों में अपना सम्राज्य फैला रखा हुआ है। मेवाड़ मंे अंधता निवारण के लिए अलख नयन मंदिर निरन्तर अपना प्रयास कर रहा है।ं

उन्होंने बताया कि केन्द्र की इस अंधता निवारण योजना को राज्य व जिले तक आते-आते उसकी अनुपालना में काफी बदलाव हो जाते है। जिस कारण उसे आगे बढ़ाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस योजना का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार व उसकी पालना मध्यप्रदेश व गुजरात जैसे राज्य में देखने को मिल रही है वहंा का स्वास्थ्य विभाग केन्द्र की इस योजना को पूरा करने में स्वयं सेवी संस्थाओं व नेत्र चिकित्सालयों को पूर्ण सहयोग कर रहा है।

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