महिला स्वास्थ्य एवं संवैधानिक अधिकार कार्यशाला
महिला स्वास्थ्य एवं संवैधानिक अधिकार कार्यशाला
उदयपुर संवाददाता विवेक अग्रवाल
राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में महिला प्रकोष्ठ एवं आईसीसी के तत्वाधान में दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया l
कार्यशाला दो सत्रों में आयोजित की गई प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता डॉ. बालूदान बारहठ,सह आचार्य राजनीति विज्ञान ,केंद्रीय विश्वविद्यालय गुजरात ने भारत में महिलाओं के संवैधानिक अधिकार' विषय पर व्याख्यान दिया कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में प्रोफेसर श्रीराम शर्मा ,पंचकर्म विभाग,आयुर्वैदिक कॉलेज उदयपुर ,ने महिला स्वास्थ्य विषय पर छात्राओं के साथ परिचर्चा की कार्यालय का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर अंजना गौतम ने किया l उन्होंने अपने उदबोधन में महिलाओं को अपने संवैधानिक अधिकारों के प्रति सचेत एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी l उन्होंने कहा कि जीवन का अधिकार सबसे महत्वपूर्ण अधिकार है ,महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए सदैव सजग रहना चाहिएl कार्यशाला के प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता डॉ बालूदान बारहठ ने भारत में महिलाओं के संवैधानिक अधिकार विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए समानता का अधिकार सबसे महत्वपूर्ण है l पाश्चात्य संस्कृति में काफी संघर्ष के पश्चात महिलाओं को सामान संवैधानिक अधिकार दिए जबकि भारतीय दर्शन शुरू से ही महिलाओं को समाज का एक महत्वपूर्ण अंग समझता रहा है l साथ ही उन्होंने वर्तमान समय में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए दिए गए कानूनी अधिकारों के बारे में छात्राओ को बताया l कार्यशाला के दूसरे सत्र में डॉक्टर श्रीराम शर्मा ने कहा कि महिला स्वास्थ्य को लेकर आयुर्वेद की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आयुर्वेदमें 70% विषय इस बात से संबंधित है कि हम स्वस्थ कैसे रह सकते हैं ,जबकि 30% विषय ही उपचार पर संकेंद्रित लिखे गए हैं l स्वस्थ रहने के लिए उचित आहार विहार , दिनचर्या और मन की प्रसन्न्ता महत्त्वपूर्ण है l कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ निधि शर्मा ने किया l संचालन डॉ. वैशाली देवपुरा ने किया कार्यक्रम में प्रोफेसर अशोक सोनी , डॉ. भव शेखर, प्रोफेसर मनीषा चौबीसा , प्रोफेसर इंदु शर्मा एवं डॉ रितु दुबे उपस्थित रहे l
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