मंत्रोच्चारण के साथ श्याम मंदिर भूमिपूजन हुआ नानी बाई रो मायरो मे भक्तो की भीड उमडी विशाल पाण्डाल मे विराजे श्याम, शाम को हुई भजन कीर्तन
मंत्रोच्चारण के साथ श्याम मंदिर भूमिपूजन हुआ
नानी बाई रो मायरो मे भक्तो की भीड उमडी
विशाल पाण्डाल मे विराजे श्याम, शाम को हुई भजन कीर्तन
उदयपुर संवाददाता विवेक अग्रवाल
उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 25 जनवरी। उदयपुर की श्याम सेवा ट्रस्ट के उदयपुर मे बनने वाले विशाल श्याम मन्दिर भूमिपूजन पूजन गुरुवार को प्रात: हुआ। वृन्दावन से पधारे आचार्य ब्रजेश महाराज के सानिध्य मे वृन्दावन के ग्यारह विद्वान पण्डितो ने सस्वर वैदिक मंगलाचरण मंत्रोच्चारण के साथ विधि-विधान से भूमिपूजन कराया इससे पूर्व भूमि का पंचगव्य गगांजल खाटूकुण्ड गल से शुध्दीकरण किया गया ट्रस्ट से सभी सदस्य एंव भक्त इक्यावन जोडे सपत्नीक अनुष्ठान मे मांगलिक वेषभूषा मे बैठ पूजा अर्चना की।
दोबजे के पूर्व जैसे ही बाल कथावाचक मुम्बई की यती किशोरी ने पांडाल मे प्रवेश किया हजारो की संख्या मे भक्तो ने खड़े होकर करतल ध्वनि से अभिवादन किया। पूरा पाण्डाल जय श्री राम जय श्रीश्याम के उद्घोष से गूंज उठा। पांडाल और डोम और दरबार सुगंधित फूलमालाओ रंगबिरंगी लाईटो से जगमगा रहा था।
नानी बाई रो मायरो सवा दो बजे प्रारम्भ हुआ उससे पूर्व कौशल्या गट्टानी ने परिवार सहित श्याम बाबा की ज्योत प्रज्वलित की। ट्रस्ट की महिलाओ ने यती किशोरी का मुख्य द्वार पर स्वागत किया ढोल नगाडो के साथ मुख्य मंच पर आसन गृहण करवाया। अध्यक्ष शशिकांत खेतान और बबिता खेतान ने व्यासपीठ की पूजा की। मायरे मे प्रारम्भ मे हरि कीर्तन करवा कर मींरा बाई के जन्म के बारे मे बताया।कहा कि भगवान सब जगह होते है,मूर्ति तो माध्यम है मिलने का। आजकल बच्चो को मोल मूवी मे ले जाते है।सत्संग मे नही लाते।नरसी जी का चरित्र बडा विशाल रहा है।जो पिछले जन्म मे गोपी थी। जंहा भगवान की कथा होती है भगवान खुद श्रोता बन कर आते है।बीच बीच मे प्रसंगानुसार भजन भी गाये "थाली भरकर ल्यायी खिचडो ऊपर घी की बाटकी"... " रामजी का भजन सुबह जुबां जुबां पर राम होना चाहिए ऐसा हिन्दुस्तान होना चाहिए..." मेरी झोपडी के भाग आज खुल जायेगे राम आयेंगे "श्रीराम जय श्रीश्याम के उद्घोष कराये। सनातन धर्म मे सर्वे भवन्तु सुखिन को आधार बताया.
सायंकाल कोलकाता के श्याम अग्रवाल और सौरभ शर्मा ने खाटूश्याम बाबा के एक से बढ़कर एक सुन्दर रचनाओ से मत्रं मुग्ध कर दिया। आरती पश्चात सभी भक्तो को छप्पन भोग प्रसाद परोसा गया। अध्यक्ष शशिकांत खेतान ने बताया कि कल 26 जनवरी को ठीक दो बजे मायरा की कथा प्रारम्भ हो जायेगी।
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