शब्दाभिषेक ईश्वर आराधना का अतिसुन्दर माध्यम है- कपिल पालीवाल
शब्दाभिषेक ईश्वर आराधना का अतिसुन्दर माध्यम है- कपिल पालीवाल
उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 16 दिसंबर। भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संगीत विभाग व संस्कृत विभाग के साझे में शब्दाभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के समक्ष अतिथियों द्वारा दीपप्रज्वलन के साथ हुआ। गीतकार एवं शायर कपिल पालीवाल ने मुख्य अतिथि के तौर पर शब्दाभिषेक कार्यक्रम में सनातनी शायरी और गीतों के माध्यम से समा बांध दिया। शिव, गणेश, राम, कृष्ण आदि की स्तुति करते हुए कहा कि कहां पाऊं विश्राम मेरे राम.... जैसे शब्दों के जल से अभिषेक किया। उन्होंने रोचक शैली में वर्तमान प्रसंगों को भी गीतों के माध्यम से अभिव्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शब्दाभिषेक ईश्वर आराधना का अतिसुन्दर माध्यम है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में मुकेश वैष्णव अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, उदयपुर, डाॅ. कमलेश शर्मा ने उद्बोधन देते हुए कहा कि शब्दों के माध्यम से अभिषेक ईश्वर स्तुति की जा सकती है इस बात को कपित जी ने सार्थक किया है। वर्तमान जीवन में शब्द की महत्ता अद्वितीय है। ऐसी स्थिति में शब्दों के माध्यम से स्तुति करना एक नया अनुभव देता है।
इससे पूर्व माहविद्यालय प्राचार्य डाॅ. प्रेम सिंह रावलोत ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था परिचय दिया और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों में नई ऊर्जा का संचार करते हैं। शब्दाभिषेक कार्यक्रम एक नया अनुभव प्रदान करेगा ऐसी आशा है।
संगीत विभाग की अध्यक्ष डाॅ. रेखा मेनारिया ने अतिथियों का परिचय देते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की व कार्यक्रम की महत्ता बताई। संस्कृत विभाग की अध्यक्ष डाॅ. पंकज मरमट ने अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रम निरंतर आयोजित किये जाएंगे जिससे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और ईश्वर भक्ति के नए स्वरूप का ज्ञान प्राप्त होगा।
इस अवसर पर चिन्मय दीक्षित, हेमंत जोशी, छात्रा कल्याण सह अधिष्ठाता डाॅ. माधवी राठौड़. स्नातकोत्तरत अध्ययन संकाय के अधिष्ठाता डाॅ. देवेन्द्र सिंह सिसोदिया, डाॅ. अपर्णा शर्मा, डाॅ. परेश द्विवेदी, डाॅ हुसेनी बोहरा सहित संकाय सदस्य एवं विद्यार्थिगण उपस्थित थे।
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