वीर बाल दिवस पर धर्म की रक्षा हेतु अपना बलिदान देने वाले बाबा जोरावर सिंह , बाबा फतेह सिंह की शहादत दिवस पर किया नमन युवा स्वतंत्रता सेनानियों का जीवन पढ़ आगे बढे़ं - प्रो. सारंगदेवोत
वीर बाल दिवस पर
धर्म की रक्षा हेतु अपना बलिदान देने वाले
बाबा जोरावर सिंह , बाबा फतेह सिंह की शहादत दिवस पर किया नमन
युवा स्वतंत्रता सेनानियों का जीवन पढ़ आगे बढे़ं - प्रो. सारंगदेवोत
उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 26 दिसंबर। जो दृढ़ राखे धर्म को , तेहि राखे करतार ... धर्म की रक्षा हेतु अपना बलिदान देने वाले वीर साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह की शहादत दिवस पर मंगलवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति सचिवालय के सभागार में आयोजित पुष्पांजलि सभा व संगोष्ठी में प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख भंवर लाल गुर्जर, रजिस्ट्रार डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. शैलेन्द्र मेहता ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि 7 वर्ष की उम्र में हँँसते - हँँसत देश समाज के लिए अपने आप को न्यौछार कर दिया। उन्होंने कहा कि औरंगजेब के शासनकाल के दौरान इस्लाम कबूल न करने वालों की हत्या कर दी जाती थी, औरंगजेब का सामना जब गुरू गोविंद सिंह जी के बेटे जोरावर सिंह, फतेह सिंह से हुआ तो उन्होंने इसका जम कर विरोध किया, जिस पर उन्हें जिंदा ही दीवार में चुनवा दिया गया, उस समय इनकी उम्र मात्र 9 और 6 वर्ष थी। जिस समय दोनों को दीवार में चुनवाया जा रहा था तब भी वे जपजीसाहिब का पाठ कर रहे थे। साहिबजादों का अंत में सिर धड़ से अलग कर दिया गया था, तलवार अपनी गर्दन तक आने के बाद भी उनमें लेश मात्र का डर नहीं था, बल्कि उन्हें देश, धर्म के लिए बलिदान होने पर गर्व था। ऐसे बलिदानियों का इतिहास पढ़ युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर डॉ़. आशीष डी नंदवाना, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत, डॉ. नजमुद्दीन, उमराव सिंह राणावत, भगवती लाल श्रीमाली, लहरनाथ, डॉ. हेमंत साहू, विजयलक्ष्मी सोनी, डॉ. मनीषा मेहता, डॉ. यज्ञ आमेटा, मुर्तजा अली, डॉ. ललित सालवी, विकास, कालु सिंह, जयप्रकाश चौबीसा, मोहन गुर्जर, ललित बामनिया सहित कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
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