गीता जयन्ती 23 दिसंबर मोक्षदा एकादशी पर होगा 1 लाख गीताप्रेमियों द्वारा लगातार 42 घंटों तक अखण्ड गीता पाठ
गीता जयन्ती 23 दिसंबर मोक्षदा एकादशी पर होगा 1 लाख गीताप्रेमियों द्वारा लगातार 42 घंटों तक अखण्ड गीता पाठ
उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 22 दिसंबर। विश्व इतिहास में पहली बार एक अद्भुत अकल्पनीय सी घटना इस गीता जयन्ती पर होने वाली है जब गीता परिवार के तत्त्वाधान में विश्व के 180 देशों से एक लाख गीताप्रेमियों द्वारा लगातार 42 घंटों तक ऑनलाइन अखण्ड अष्टादश गीता पारायण जिसमें सम्पूर्ण श्रीमद्भगवदगीता के 18 अध्यायों का 18 बार शुद्ध संस्कृत पारायण किया जायेगा। श्रीराममन्दिर जन्मभूमि के कोषाध्यक्ष व गीता परिवार के संस्थापक प.पू. स्वामी श्रीगोविन्ददेव गिरि जी महाराज द्वारा इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया जायेगा।
गीता परिवार के स्थानीय सदस्य गीता प्रचारक गोपाल कनेरिया ने बताया कि श्रीमद्भगवद्गीता का प्राकट्य मोक्षदा एकादशी के दिन आज से 5160 वर्ष पूर्व हुआ था। इस वर्ष मोक्षदा एकादशी 22-23 दिसम्बर को रहेगी। इस उत्तम अवसर पर गीता परिवार द्वारा शनिवार, 23 दिसम्बर प्रातः 6 बजे से रविवार, 24 दिसम्बर रात्रि 12 बजे तक गीता के सम्पूर्ण 18 अध्यायों का 18 बार अखण्ड पारायण ऑनलाइन ज़ूम एप्प पर 180 देशों के हिन्दी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती, बांग्ला, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, उड़िया, नेपाली, असमिया, मलयालम, सिंधी भाषाओं के 1 लाख से भी अधिक गीता प्रेमियों के द्वारा किया जायेगा। कोई भी भक्तगण अपने स्थान से अपने समय की सुविधा से इस पारायण से Learngeeta.com एवं गीता परिवार के यूट्यूब चैनल Geeta Pariwar के माध्यम से लाइव जुड़ सकेंगे।
वर्ष 1986 में संस्थापित गीता परिवार के लर्नगीता उपक्रम के अंतर्गत वर्तमान समय में विश्व की सबसे बड़ी गीता कक्षा पूर्णतः निःशुल्क चलायी जा रही है। जिसमें नित्य ज़ूम ऑनलाइन माध्यम से 8 लाख से अधिक लोग हिन्दी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती, बांग्ला, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, उड़िया, नेपाली, असमिया, मलयालम, सिंधी आदि 13 भाषाओं में प्रातः 5 बजे से रात्रि 2 बजे तक 19 समय सत्रों में 8000 निष्काम गीता सेवियों द्वारा नित्य 2000 से भी अधिक ज़ूम कक्षाओं में निःशुल्क गीता सिखायी जाती है। 2020 में आरम्भ हुये लर्नगीता उपक्रम में तीन वर्ष में ही 3 वर्ष से लेकर 93 वर्ष तक के हज़ारों हज़ार लोग सम्पूर्ण गीता कण्ठस्थ कर चुके हैं। Learngeeta एप्प पर जाकर कोई भी इच्छुक जन रजिस्टर कर अपनी गीता यात्रा आरम्भ कर सकते हैं। इस उपक्रम की विशेषता यह है कि ऑनलाइन घर बैठे बिना किसी शुल्क के अत्यंत सरल ढंग से वैदिक पद्धति से गीता के शुद्ध संस्कृत उच्चारण प्रशिक्षित प्रशिक्षकों द्वारा सिखाये जाते हैं।
*डा.विक्रम मेनारिया ने बताया कि उदयपुर में गीता परिवार उदयपुर, विप्र वाहिनी उदयपुर एवं संस्कृतभारती उदयपुर के संयुक्त उपक्रम में दिनांक 24 दिसंबर रविवार को प्रातः 10 बजे से स्वागत वाटिका में गीता जयंती उत्सव मनाया जायेगा। जिसमें गीता पाठ पारायण के साथ आशीष सिंहल, गीता व्रती संतोष दीदी, डा .रेणु पालीवाल एवं डा.शीतल जोशी द्वारा गीता के विभिन्न अध्याय पर उद्बोधन होगा। 23 दिसंबर को 5 बजे से 5.30 तक ऑनलाइन गीता ज्ञान प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया हैं।*
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