पौधारोपण की अभी से शुरू करें तैयारी, अभियान महज औपचारिकता न रहे, भावनात्मक रूप से भी जुड़ें : कलक्टर
पौधारोपण की अभी से शुरू करें तैयारी, अभियान महज औपचारिकता न रहे, भावनात्मक रूप से भी जुड़ें : कलक्टर
पौधे तब ही लगाएं जब जीवित रख सकें, पौधे लगाने के बाद ध्यान रखना बेहद जरूरी: कलक्टर
पर्यावरण संरक्षण को लेकर वन विभाग प्रतिबद्ध, लेकिन सभी का सहयोग जरूरी :डीएफओ सुले
'हरियालो राजस्थान' अभियान को लेकर कलक्टर ने ली बैठक
राजसमंद / पुष्पा सोनी
राजसमंद 3 अप्रैल। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने गुरुवार शाम कलेक्ट्रेट सभागार में ‘हरियालों राजस्थान’ अभियान के तहत जिला स्तरीय टास्क फोर्स और पर्यावरण समिति की बैठक लेकर विभागों से तैयारियों पर चर्चा की। बैठक में उप वन संरक्षक कस्तूरी प्रशांत सुले, एडीएम नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा, एडिशनल एसपी रजत, एसीएफ श्रीकृष्ण चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कलक्टर ने गत वर्ष में हुए पौधारोपण और उनमें से वर्तमान में जीवित पौधों की स्थिति, जियो-टैगिंग आदि की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि गत वर्षों से अधिक लक्ष्य लेकर इस वर्ष पौधारोपण करें। साथ ही हर विभाग किसी न किसी तरह का उदाहरण प्रस्तुत करे, जिससे वह गर्व के साथ दिखा सके।
कलक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) राजेंद्र गग्गड़ और जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) नूतन प्रकाश जोशी को निर्देश दिए कि बाउंड्री वॉल और पानी की पर्याप्त उपलब्धता वाले विद्यालयों का चयन कर इन विद्यालयों में प्राथमिकता पर पौधारोपण करें। हर पौधे को एक बच्चे को गोद दें और उस छात्र-छात्रा का नाम पौधे पर लिखें। जब हम औपचारिकता से हटकर भावनाओं के साथ जुड़ेंगे तो बेहतर परिणाम आएंगे। साथ ही स्टाफ भी पौधों को गोद ले। बच्चों में पौधों के रखरखाव को लेकर प्रतियोगिता भी विकसित करें।
कलक्टर असावा ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि लक्ष्य पूरा करने की होड़ में किसी भी तरह पौधे लगा देने का प्रयास न करें। पौधे सिर्फ तब ही लगाएं जब आप उसका रखरखाव करते हुए जीवित रख सकें और उसे बड़ा कर सकें। इस पर उप वन संरक्षक सुले ने कहा कि इस बार वन विभाग द्वारा सभी विभागों के कार्मिकों को पीपरड़ा नर्सरी में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें गड्ढे खोदने के सही तरीके, पौधा लगाने की तकनीक सहित हर विषय को समझाया जाएगा, साथ ही इसकी वीडियो भी जारी की जाएगी।
डीएफओ सुले ने कहा कि वर्तमान दौर में पर्यावरण की प्रतिकूल स्थितियों को देखते हुए पौधे लगाना बहुत आवश्यक हो गया है। अब यह काम सिर्फ वन विभाग का न होकर सभी का सामूहिक है। सभी प्रयास करेंगे तो पर्यावरण को हम बेहतर स्थिति में ला पाएंगे। सीईओ बृजमोहन बैरवा ने कहा कि मनरेगा की ओर से भी अभियान की सफल क्रियान्विति में पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।
कलक्टर ने कहा कि वर्ष 2025 में यह अभियान महज विभागीय अभियान न बन जाए और आमजन इससे जुड़ाव महसूस करें। उन्होंने कहा कि जिले में सभी परिवारों से एक-एक पौधा लगवाने का प्रयास करें। आमजन ये पौधे अपने घरों, दुकानों, खेतों या कहीं भी लगाएं और देखभाल करें। कलक्टर ने कहा कि सभी विभाग अपनी-अपनी डिमांड से वन विभाग को पहले ही अवगत करा दें। कलक्टर ने शहर के इरिगेशन पॉल के निचले हिस्से में पौधारोपण करने का सुझाव दिया।
साथ ही उन्होंने माइनिंग संस्थाओं, औद्योगिक संस्थाओं, स्कूलों, कॉलेजों, व्यापारियों, समाजसेवियों, पीएचसी, सीएचसी, उप जिला चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय, राजकीय छात्रावासों, खेल मैदानों आदि पर विशेष रूप से फोकस करते हुए पौधारोपण के निर्देश दिए। पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता मगनीराम रैगर से कहा कि सड़कों के साइड में तथा समस्त निर्माणाधीन भवनों में पौधे अवश्य लगवाएं। इसी तरह एसएमई अनिल खमेसरा, पशुपालन संयुक्त निदेशक शक्ति सिंह आदि से भी चर्चा की।
कलक्टर ने कहा कि पौधारोपण की तैयारी अभी से नहीं की तो बाद में सफल नहीं हो सकेंगे। अभी से योजना तैयार कर गड्ढे खुदवाने का प्रबंध करें ताकि मानसून के समय पौधारोपण किया जा सके। अभी से तैयारी करने पर पौधों की उपलब्धता की समस्या से भी बचा जा सकता है। कलक्टर ने निर्देश दिए कि 16 से 20 अप्रैल के बीच पुनः अभियान की बैठक रखें।
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