जयपुर हाथोज के राधा मोहन हॉस्पिटल मैं नर्सिंग स्टाफ ही डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग अंधेरे में मरीज की जान खतरे में


 जयपुर राधा मोहन हॉस्पिटल हाथोज में जीएनएम स्टाफ ही ही डॉक्टर का काम देख रहे हैं तथा डॉक्टर की ही तरह मरीजों को ट्रीटमेंट दे रहे हैं जबकि  जीएनएम स्टाफ पेशेंट का ट्रीटमेंट कर सकते हैं नाकी पेशेंट को दवाई वगैरा देखकर दे सकते हैं जबकि यहां जीएनएम स्टाफ ही डॉक्टर का कार्य देख रहे हैं मजे की बात तो यह है कि इस अस्पताल में डॉक्टर की डिग्री अन्य डॉक्टर के नाम है कार्य जीएनएम स्टाफ कर रहा है जिसके कारण पेशेंट की जान खतरे में है बताया जाता है कि राधा मोहन हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर को एक महीने या दो महीने रखने के बाद में उनकी डिग्रियों का मिस उपयोग कर एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी या नर्सिंग स्टाफ से पेशंटों का इलाज में पर्ची बनवाई जाती है जो की एक बहुत बड़ा मरीज के साथ धोखा है इस संबंध में हमारे सरकारी कार्यालय चिकित्सा विभाग अभी तक अंधेरे में है जिसके कारण आए दिन लापरवाही से मौत तक पेशेंट की हो जाती है, सूत्रों के अनुसार डॉक्टर योगिता गुप्ता के नाम रजिस्टर में इंद्राज ऑपरेशन वगैरह होता है क्योंकि राधा मोहन अस्पताल संचालकों के पास उक्त डाक्टर  की डिग्रियां मौजूद है जबकि कार्य एक नर्सिंग स्टाफ जिसका नाम गोविंद कवर ही डॉक्टर का कार्य कर रही है चौकी डिलीवरी करते समय ऑपरेशन वगैरा भी करवाती है जबकि नाम उपरोक्त डॉक्टरनी का रजिस्टर में इंद्राज संचालक करते हैं इतना बड़ा फर्जी वाला आज तक संबंधित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को भी नहीं है अगर समय रहते हुए इस अस्पताल की जांच कराई जाए तो कई अन्य फर्जी वाला भी सामने आने की संभावना है

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुलिस पाटन द्वारा हथियार की नोक पर वाहन लूट करवाने वाला अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

अतिरिक्त जिला कलेक्टर नीमकाथाना भागीरथ साख के औचक निरीक्षण में कर्मचारी नदारद पाए गए* *सीसीए नियमों के तहत होगी कार्रवाई*

आमेर तहसीलदार ने बिलोंची गाँव की खसरा न, 401 से लेकर खसरा न, 587 तक की जमीन की , जमाबंदी के खातेदार 12 व्यक्तियों में से चार व्यक्तियों के नाम मिली भगत कर , सुविधा शुल्क वसूलकर नियम विरूद्ध तकासनामा खोल दिया गया आठ खातेदारों का विरोध तकासनामा निरस्त करने की मांग