सनातन पाठशाला - विद्यालयों की ओर' अभियान का शुभारंभ
' सनातन पाठशाला - विद्यालयों की ओर' अभियान का शुभारंभ
उदयपुर 13 जुलाई। राजकीय सीनियर सेकंडरी विद्यालय, सीसारमा में बौद्ध ध्यान योगी आचार्य मैत्री भिक्षु थाईलैंड चिंग मई के सानिध्य में ' सनातन पाठशाला- विद्यालयों की ओर' कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। अध्यक्षता डॉ अमर सिंह चुंडावत द्धारा की गई। मुख्य वक्ता आशीष सिंहल रहे और संचालन डॉ भूपेंद्र शर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास के लिए ध्यान, गीता ज्ञान और संस्कारों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। बौद्ध ध्यान योगी आचार्य मैत्री भिक्षु द्वारा ध्यान का अभ्यास करवाया गया। उन्होंने प्रवचन में कहा कि हर कार्य ध्यान से करना, हर कार्य सोच समझ कर करना, माता पिता एवम बड़ों का सम्मान करना सफलता हेतु जीवन में अपनाना होगा। मोटिवेशनल स्पीकर, लेखक, श्रीमद्भगवत गीता मर्मज्ञ आशीष सिंहल ने श्रीमद्भगवत गीता के 700 श्लोकों में से 10 विशिष्ट श्लोक उद्धरित कर कहा कि निष्काम भाव से कार्य करते हुए मन को नियंत्रित और एकाग्र करने से हर क्षेत्र में प्रगति मिलती है। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ चुंडावत ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान के साथ अपनी समझ और सजगता को बढ़ाना है। विद्यार्थियों को सूर्योदय से पहले उठना, सभी बड़ों के चरण स्पर्श करने, गुस्सा, झगड़ा, तनाव आदि बुराइयों को छोड़ने और जीवन में अनुशासन और सहनशीलता अपनाने का संकल्प दिलवाया। उन्हें मां, पिता, आचार्य, अतिथि और राष्ट्र की सेवा हेतु प्रेरणा दी गई। स्वागत विद्यालय प्रधानाचार्य लोकेश भारती द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्रीमती गिरिजा कुमारी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से सभी विद्यार्थियों को अभ्यास पुस्तिकाओं का वितरण किया गया। सनातन पाठशाला अब प्रत्येक शनिवार विभिन्न विद्यालयों में आयोजित की जाएगी जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को ईश्वर भक्त, राष्ट्र भक्त, संस्कारवान और चरित्रवान बनाना है।
ऐसी शिक्षा ही भारत का भविष्य बनाएगी। भारतीयो का चरित्र निर्माण होगा और भारत पुनः विश्व गुरू बनेगा। धन्यवाद। शुभकामनाऐ।
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