हिन्दुस्तान जिंक द्वारा शिक्षा संबल समर कैम्प का समापन
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा शिक्षा संबल समर कैम्प का समापन
उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। एक माह में 1400 से अधिक विद्यार्थी हिन्दुस्तान जिंक द्वारा ग्रामीण प्रतिभाओं के लिये आयोजित शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत् एक माह के समर कैम्प में 1400 से अधिक विद्यार्थी शैक्षणिक, कौशल विकास, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड कर लाभान्वित हुए। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा विद्याभवन सोसायटी के सहयोग से आयोजित इन शिविरों 300 से अधिक विद्यार्थियों ने उदयपुर के विद्या भवन में आवासीय कैम्प में भाग लिया जिसमें 16 विद्यार्थी पंतनगर से थे तथा 1100 विद्यार्थीयों ने आगुचा, चित्तौड़गढ़, दरीबा, देबारी, जावर एवं कायड के गैर आवासीय कैम्प में भाग लिया। कैम्प में प्रोजेक्ट अध्यापकों के साथ-साथ गार्गी काॅलेज, आइसर मोहाली, आइसर पुणे, तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कालेजों से आये 70 वालंटियर ने इन विद्यार्थियों के साथ जुडकर विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। विद्या भवन के साधन सेवी और हिन्दुस्तान जिंक के कर्मचारी तथा सम्बंधित विशेषज्ञों ने भी कैम्प की विभिन्न गतिविधियों में सहयोग दिया।
कैम्प में विद्यार्थियों को विज्ञान, गणित एवं अंग्रेजी पढ़ने-लिखने के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने अवसर मिला। समापन समारोह में विद्यार्थियों ने पूरे माह में सीखी विभिन्न चीजों की प्रदर्शिनी एवं प्रस्तुति की और अपने अनुभव अतिथियों से साझा किये। कुंभासभागार प्रताप गौरव केंद्र में आयोजित समापन समारोह के मुख्य-अतिथि अभय अग्रवाल, खान नियंत्रक (उत्तरी क्षेत्र) भारतीय खान ब्यूरो आईबीएम, हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य वित्त अधिकारी संदीप मोदी, सीएचआरओ मुनीश वासुदेवा, हेड कॉर्पोरेट अफेयर्स वी. जयरामन, सीईओ एसिड बिजनेस कार्तिक संथानम, हेड सीएसआर अनुपम निधि, उप प्रमुख जेडएसडी अमीत वाली, हेड कोल, कमोडिटीज एण्ड लॉजिस्टिक्स मुबारिक खान, सीएफओ स्मेल्टर्स आशीष वैद मेहता, एवीपी डिजिटाइजेशन एस सिद्दीकी एवं सीईओ विद्या भवन अनुराग प्रियदर्शि, वरिष्ठ सलाहकार कमल महेंद्रू उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अभय अग्रवाल ने हिन्दुस्तान जिंक द्वारा संचालित शिक्षा संबल परियोजना की सराहना करते हुए कहा कि, हिंदुस्तान जिंक की सीएसआर पहलों को जानने और समुदाय के लोगों पर इसके सकारात्मक प्रभाव को देखना सुअवसर है। उन्होंने विश्वास जताया कि यहां से अध्ययन कर सफल विद्यार्थी डॉक्टर, इंजीनियर बनेंगे और बुनियादी स्तर पर ग्रामीण विकास का क्रियान्वयन प्रशंसनीय है।
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