हैप्पीनेस शिविर में छठे दिन तनाव मुक्ति पर चर्चा
हैप्पीनेस शिविर में छठे दिन तनाव मुक्ति पर चर्चा
उदयपुर संवाददाता विवेक अग्रवाल। ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के अंतर्गत चल रहे हैं नौ दिवसीय "अलविदा तनाव हैप्पीनेस" शिविर के अंतर्गत आज छठे दिन तनाव मुक्ति विशेषज्ञ ब्रह्माकुमारी पूनम बहन ने मेडिटेशन (ध्यान , योग) पर विस्तृत चर्चा करते हुए ध्यान द्वारा जीवन में आ रही है समस्याआें के समाधान के तरीके सिखाए । हैप्पीनेस प्रोग्राम के मीडिया प्रभारी विमल शर्मा के अनुसार पूनम बहन ने सर्वप्रथम यह स्पष्ट किया कि आज शारिरिक आसन (योगासन) प्राणायाम को योग की संख्या देना सही नहीं है । वास्तव मे ध्यान, योग, मेडिटेशन का अर्थ होता है जोड़ना अर्थात आत्मा के मन और बुद्धि के तार परमात्मा से जोड़ना ही सही मायने में योग होता है । दुनिया में आज कई तरह के मेडिटेशन प्रचलित है कोई थोटलेट होने को कहते है तो कोई आती जाती सांसों पर ध्यान तो अन्य किसी अंग पर ध्यान केन्द्रित करने पर जोर देते है । मन का स्वभाव सदैव विचार उत्पन्न करना होता है अत: हमारा केन्द्र विचारों को शून्य करना नहीं अपितु नकारात्मक व अर्थविहीन (वेस्टफुल) विचारों को खत्म करना होता है व उनके स्थान पर सकारात्मक व उद्देश्यपूर्ण विचारों को लाना होता है ।
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