दूरदर्शी विचारों की श्रेष्ठ महिला थी रानी अहिल्याबाई- गार्गी रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई.
दूरदर्शी विचारों की श्रेष्ठ महिला थी रानी अहिल्याबाई- गार्गी
रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई.
बदायूं, मीरा चौकी स्थित श्री राम सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला महिला समन्वय के तत्वाधान में न्याय प्रिय एवं दूरदर्शी विचारों की श्रेष्ठ महिला रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. वक्ताओं ने रानी अहिल्याबाई होलकर के जीवन प्रसंग पर अपने विचार प्रस्तुत किये.
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गार्गी बुलबुल (प्राचार्या गिंदो देवी महिला महाविद्यालय). विशिष्ट अतिथि कृष्णा शर्मा( विस्तारिका राष्ट्र सेविका समिति बरेली) अध्यक्ष सुनील कुमार (विभाग संघ चालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बदायूं) द्वारा रानी अहिल्याबाई होलकर के चित्र पर माल्यार्पण कर किया.
मुख्य वक्ता गार्गी बुलबुल ने कहा, रानी अहिल्याबाई अद्भुत दूरदर्शी विचारों की श्रेष्ठ महिला थी. वे नारी अधिकारों और महिला सशक्तिकरण की प्रबल समर्थक थी. उन्होंने भगवान शिव को समर्पित सोमनाथ के शिव मंदिर सहित अनेकों मंदिरों का जीर्णोद्धार करा कर सनातन धर्म को आगे बढ़ाया.
विशिष्ट अतिथि कृष्णा शर्मा ने कहा, रानी अहिल्याबाई को बुद्धिमान, तीक्ष्ण सोच की शासिका के तौर पर याद किया जाता है.
अध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता ने कहा, रानी अहिल्याबाई होलकर अपनी न्याय प्रियता के लिए जानी जाती थी. हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर कार्य करना चाहिए.
कार्यक्रम का संचालन किरण सिंह ने किया. कार्यक्रम संयोजिका सीमा रानी ने आगंतुक अतिथियों का धन्यवाद आभार व्यक्त किया.
इस मौके पर डॉक्टर इंदु लता शर्मा, कालिका प्रसाद गंगवार,जगजीवन राम, राजकुमार सिंह सेंगर, ममता, रुचि महेश्वरी, शैलजा, उषा शर्मा, दीक्षा, अमिता, काजल दुबे, उपस्थित रही.
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