आठ दिवसीय नाकोड़ा पाश्र्वनार्थ अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवें दिन हुए विविध आयोजन
आठ दिवसीय नाकोड़ा पाश्र्वनार्थ अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवें दिन हुए विविध आयोजन
उदयपुर संवाददाता विवेक अग्रवाल। श्री मोती कृष्ण गौधाम, नाकोड़ा कामधेनु पाश्र्वनार्थ मंदिर राणाकुई वल्लभनगर में चल रही आठ ,दिवसीय नाकोड़ा पाŸवनाथ अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवें दिन गुरुवार 11 अपे्रल को परमात्मा का जन्म कल्याणक, 56 दिक्मुमारिका महोत्सव, 64 इन्द्रों द्वारा मेरु महोत्सव, अ_ारह अभिषेक किया गया। साथ ही अष्टप्रकार पूजन की विधि विधान से सम्पन हुई। संस्था के हस्तीमल लोढ़ा एवं श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि राष्ट्रसंत आचार्य गुरुदेव चन्द्राननसागरसूरीश्व महाराज की निश्रा में सुरेखादेवी लोढ़ा चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित नवनिर्मित जिनालय की अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा में विधि कारक कल्पेश भाई अहमदाबाद वाले ने विधि विधान से अष्ठ प्रकार के मंत्रोच्चारण से पूजा विधि के कार्य सम्पन्न कराएं। कार्यक्रम में भगवान के जन्मोत्सव पर सुन्दर नाटिका का मंचन किया गया। इस दौरान आयोजित धर्मसभा में आचार्य चन्द्राननसागर सूरिश्वर ने कहां कि वास्तव में हमारे ऊपर परमात्मा का बहुत बड़ा उपकार है कि उन्होंने हमारा संपूर्ण दु:ख टालने का और हमें चिरस्थायी रूप से सुखी बनाने के लिए सुंदर और सरल मार्ग बतलाया है। परमात्मा स्वयं इम मार्ग पर चलकर सुखी बने हैं और साथ-साथ हमें भी सुखी बनने का मार्ग बतलाया है। इस प्रकार परम तारक परमात्मा का हमारे ऊपर अनगिनत उपकार है। हम करोडो वर्ष तक उनकी अखण्ड सेवा करते रहें फिर भी उनके इस उपकार का बदला नहीं चुकाया जा सकता। उन्होंने आगे बताया कि जैसे हम खतरनाक जंगल में फंस गए हों या यथाह समुद्र में डूब रहे हमें बचने का कोई सहारा न हो, ऐसे अवसर पर हमारी जान बचाने वाला कोई मिल जाए तो हमें नेह व्यक्ति कैसा लगेगा? यही सोचेंगे ना कि यदि वह नहीं मिला होता तो हमारी मृत्यु निश्चित थी, हमारा विनाश निश्चित था। बचने की कोई आशा नहीं थी, लेकिन उस व्यक्ति ने हमें मौत के मुख से बचा लिया। रात्रि में संगीतकार नरेन्द्र वाणाी गोता ने अपनी स्वर लहरियों से सुर बिखरें एवं नाकोड़ा भैरव के भजनों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर हस्तीमल लोढ़ा, महासभा महामंत्री कुलदीप नाहर, देवेन्द्र मेहता, सागर जैन, हितेश जैन, गौरव जैन, रिषीत जैन, शिल्पा लोढ़ा, अवीश लोढ़ा, रोशनलाल लोढ़ा, दिनेश जैन, चांदमल लोढ़ा, मुकेश बोहरा, अमित कुमार पामेचा, दौलत सिंह सुराणा, यशवंत मण्डोत, सुनिल पगारिया, चद्रप्रकाश वागरेचा, भूपेन्द्र चण्डालिया, अनिल कावडिय़ा, चेतन चण्डालिया, अनिला विसलोत, अशोक मेहता, नाकोड़ा भक्ति मण्डल के कई श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे। इस अवसर पर नवकारसी एवं स्वामीवात्सल्य का आयोजन हुआ।
- आज होंगे ये कार्यक्रम
हस्तीमल लोढ़ा ने बताया कि छठें दिन शुक्रवार 12 अप्रेल को प्रियवंदा दासी द्वारा जन्म बधाई, भुआ-भुरोसा द्वारा नामकरण, पाठशाला गमन, सर्व देव-देवी पूजन हवन में आहुतियां दी जाएगी।
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