महाराणा भुपाल चिकित्सालय उदयपुर से अपहरण की गई बालिका पुनः मिली मुख्य अपहरणकर्ता गिरफ़्तार
महाराणा भुपाल चिकित्सालय उदयपुर से अपहरण की गई बालिका पुनः मिली
मुख्य अपहरणकर्ता गिरफ़्तार
उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 27 फरवरी। जिला पुलिस अधीक्षक महोदय उदयपुर श्री योगेश गोयल ने बताया कि 24 फरवरी को प्रार्थी संदीप सराठे पिता वृन्दावन सराठे जाति नाई निवासी भोपाल मध्यप्रदेश अशोका गार्डन सुन्दरनगर म. 107 थाना अशोका गार्डन जिला भोपाल (म.प्र.) कि मेरा साला दिपराज परिहार के बीमार होने से 18 फरवरी को लेकर आए महाराणा भुपाल हॉस्पीटल उदयपुर में ईलाज हेतु वार्ड नं. 113 में भर्ती • कराया जो तीन दिन तक आरोपरेशन करने के बाद में सर्जिकल I.C.U. में भर्ती रहे 23 को दिपराज परिहार को पुन वार्ड नं. 113 में भर्ती में कराया रात्रि को में व मेरी पत्नी हिना परिहार मेरी पुत्री अन्यान्शी उम 13 महिने की हम सभी वार्ड 113 के बाहर बरामदे में पास सो रहे थे मेरी पुत्री अन्यान्शी उसकी मा हिना परिहार के पास सो रही थी में समय 3.30 सो गया था आज दिनांक 24 फरवरी को सवेरे में व मेरी पत्नी दोनो करिब सुबह 5.00 बजे उठे तो पता चला कि हमारे पास में सोई बच्ची अन्यान्शी नहीं थी। जिस पर हमने बरामदा आस पास में तलाश कि पर कोई पता नहीं चला। हमने पुछताछ की तो किसी ने बताया की एक महिला उस बच्ची को लेकर गई। मेरी बच्ची अन्यान्शी को कोई अज्ञात महिला लेकर चली गई है थाना हाथीपोल क्षेत्र के महाराणा भुपाल चिकित्सालय उदयपुर से एक 13 माह की बच्ची को अज्ञात महिला द्वारा अपहरण कर लिया जिस पर थाना हाथीपोल में प्रकरण संख्या 51 धारा 363 भादस पंजीबंध्द कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।
घटना की गम्भीरता को देखते हुऐ प्रकरण में घटना के बाद अगवा हुई बच्ची की दस्तयाबी व आरोपियों की गिरफलारी एवं नाबालिग बालिका की तलाश हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा उदयपुर द्वारा *श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लोकेन्द्र दादरवाल व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला प्रकोष्ठ मंजीत सिह के निर्देशन में तथा श्रीमान वृताधिकारी पश्चिम चान्दमल सिंगारिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम थानाधिकारी हाथीपोल श्री आदर्श परिहार व थानाधिकारी टीडी श्री फैलीराम जी व प्रभारी जिला विशेष टीम श्री देवेन्द्र सिह मय सदस्यों के टीम गठित की गई। टीमों द्वारा घटना स्थल के महाराणा भूपाल चिकित्सालय व आसपास के सीसीटीवी कैमरा देखने से ज्ञात आया कि एक अज्ञात महिला शोल आरोटे हुऐ दिनांक 24 फरवरी की अलसुबह करीब 5.00 बजे बालिका को उठाकर कम्बल आरोड़ा कर ले जाती हुई नजर आई जिस पर गठिल टीों द्वारा शहर के विभिन्न चौराहो व प्रमुख सड़कों व स्थानों पर लगे करीब 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरा व अन्य तकनीकी संसाधनों की सहायता से अज्ञात अपहरणकर्ता महिला की पहचान के संबंध में भरसक प्रयत्न किये गये। शहर के रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन आदि स्थानों पर रात दिन तलाश की गई इसके अतिरिक्त परम्परागत तरिको व मुखबिरों से आसुचना संकलन कर उदयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रापेठ व आस पास के अन्य जिलों में भी टीमों को पत्तेरसी हेतु भेजा। टीमों द्वारा विभिन्न सीसीटीवी में महिला की पहचान कर उन जगह से जाने वाली बसों, टेक्सी, आर्टी इत्यादि की भी जानकारी एकत्रित कर विभिन्न लोगों से पुछताछ की। अजात महिला एवं बालिका के समाचार एवम सोशल मिडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया गया। विश्वसनीय सूत्रा०० एवम् तकनिकी साक्ष्यों व मुखबिरानों के द्वारा सुचना ज्ञात हुई की एक महिला एक पुरुष के फुटेज के माध्यम से चौकीदार पुरुष की पहचान की गई उसके माध्यम से महिला की जानकारी ली गई महिला के प्राप्त मोबाईल एवं नम्बरों के आधार पर छानबीन व जांच की जाकर साक्ष्य के आधार पर महिला की तकनीकी अनुसंधान के आधार पर नाम पर्ते व लोकेशन के आधार पर मौके पर जाकर तलाश करने पर संदिग्ध महिला के पास उसके निवास पर बालिका सकुशल उसके कब्जे से दस्तियाब की गई। आवश्यक पुछताछ कर संदिग्ध महिला नाम मंजु गमेती उर्फ लीलाबाई हाल पत्नी रोशन गमेती गांव करेलों का गुडा (चिरवा) के डोरियों फला महादेवजी मंदिर के पिछे पहाड़ियों में घर से डिटेन किया गया एवं बच्ची को दस्तियाब कर थाने पर लाये एवं बालिका की पहचान उसकी मां श्रीमति हीना व पिता संदीप से करवाई गई जिन्होंने बालिका को अपनी बेटी अवंयान्सी होना स्वीकार किया बच्ची का मेडिकल करवाया जाकर CWC को नियमानुसार सुचित किया गया ।
महिला से पुछताछ की गई प्रारम्भिक रुप में अनुसंधान से जात हुआ की महिला मंजु उर्फ लीला उम करीब 35 वर्ष पिता सोमा पिता भैरा निवासी गोरधा फला पुलिस थाना टीडी की निवासी है जिसका पहला प्रेमी गिमराज "जो हवाला निवासी था फिर विवाह पति मुकेश पिता रामलाल निवासी लापा फला कागदर पुलिस थाना केश्रियाजी या मुकेश की मृत्यु हो जाने से छोड़कर चली गई। विगत एक डेढ साल से रोशन गमेती पिता गल्ला जी जाति गमेती गांव करेलों का गुडा (चिरवा) के डोरियाँ फला महादेवजी मंदिर के पिछे पुलिस थाना सुखेर जिला उदयपुर व मुल निवासी परायों की भागल रामा पुलिस थाना सुखेर के नाते चले गई। आपस में मनमुटाव हो जाने से विगत 7-8 महिने से रोशन के घर से चली गई। आऔर उदयपुर शहर व हास्पीटल के आस पास घुमती व मजदुरी करना जात हुआ। उक्त महिला शराब पिने की आदि है। प्रथम दृष्टया जाँच में बच्चा नहीं होना आगामी मनावैज्ञानिक एवं तकनिकी अनुसंधान गहनता से किया जाकर अपराध के निरापद सत्य का व घटना का खुलासा 27 फरवरी को गठित की गई टीमों द्वारा आसुचना संकलन, तकनिकी सहायता व मुखबिर तंत्र द्वारा मिली विश्वसनीय सुचना के आधार पर गांव करेलों का गुडा (चिरवा) के डोरियों फला महादेवजी मंदिर के पिछे पहाड़ियों में स्थित मंजु गमेती उर्फ लीलाबाई पत्नी रोशन गमेती के घर पर दबिश दी • गई। जहाँ उक्त महिला मंजु गमेती उर्फ लीलाबाई के कब्जे से अपहरिता 13 माह की बच्ची को सकुशल दस्तायाब किया गया महिला को गिरफतार कर पुछताछ व अग्रिम अनुसंधान जारी है। टीम पुलिस थाना हाथीपोल DST टीम देवेन्द्र सिह SI प्रभारी DST, आदर्श परिहार थानाधिकारी पुलिस थाना हाथीपोल, दलपत सिह, योगेश कुमार, शम्भुसिह सउनि, धर्मेन्द्र सिह, मो. अत्तर,मनमोहन सिह, मांगीलाल, धर्मपाल, गणेश सिंह, अनिल कुमार ,उपेन्द्र सिंह, सीताराम, रामनिवास और तकनीकी टीम मे
गजराज सिंह ASI साईबर सैल
फैलीराम जी SI थानाधिकारी टीडी कुलदीप सिंह,लोकेश रायकबाल शामिल थे।
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