सिर्फ कागजों में संचालित हो रहा समाधान दिवस, अधिकांश पंचायत भवनों पर मंगलवार को लटकते रहे ताले*

 *सिर्फ कागजों में संचालित हो रहा समाधान दिवस, अधिकांश पंचायत भवनों पर मंगलवार को लटकते रहे ताले*





*मया - बाजार (अयोध्या):-*


विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सप्ताह में एक बार पंचायत भवनों पर आयोजित होने वाला समाधान दिवस सिर्फ कागजों में संचालित हो रहा हैं। ज्यादातर प्रधानों को यह पता ही नहीं हैं कि शासन द्वारा गांवों में भी इस तरह की कोई व्यवस्था चल रही हैं। जारी रोस्टर के अनुसार मया बाजार ब्लॉक के 18 गांवों में मंगलवार को आयोजित समाधान दिवस में एक दो ग्राम पंचायतों को छोड़ दें, तो अधिकांश पंचायत भवनों पर ताले लटकते रहें। ग्राम पंचायत मयाभीखी में किसी कर्मचारी ने जाने की जहमत नहीं उठाई। रामपुर मया पंचायत भवन पर भी 11 बजे तक ताला लटकता मिला। ये ग्राम पंचायतें तो समाधान दिवस की नजीर मात्र हैं। रामपुर मया की प्रधान सीमा शुक्ला के पति सुभाष शुक्ला ने बताया कि उन्हें ऐसे आयोजन की कोई जानकारी ही नहीं दी गई। मयाभीखी की प्रधान कान्ती देवी को भी कोई जानकारी नहीं दी गई। जबकि समाधान दिवस में सम्बन्धित गांव के सचिव, रोजगार सेवक , पंचायत सहायक व अन्य को भी जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया हैं, जबकि इस समय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा " ज़ीरो पावर्टी योजना" के लाभार्थियों के फॉर्म का सत्यापन भी हो रहा हैं। लेकिन यह सब सिर्फ कागजों में ही सिमटकर रह जा रहा हैं। इस सम्बन्ध में खण्ड विकास अधिकारी मया बाजार विकास मिश्रा ने बताया कि समाधान दिवस में सम्बन्धित कर्मचारी की उपस्थिति पूर्णरूप से अनिवार्य हैं। ताले क्यों लटकते रहें इसके बारे में जरूर पूछा जायेगा, लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी पर अवश्य कार्रवाई की जायेगी।

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